रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजिस्ट कॉन्फ्रेंस में देश के सुप्रसिद्ध डॉक्टर शामिल होंगे। जिसमें हेमोफ़िलिया, सिकल सेल बीमारी के एआई (आर्टिफिशियल इंटिलिजेंस ) बेस एडवांस ट्रीटमेंट में विस्तृत चर्चा होगी। इस कॉलेज से रायगढ़ सहित संपूर्ण प्रदेश के डॉक्टर और पीजी छात्र लाभान्वित होंगे।
छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ज़ोर दिया हैं। वित्त मंत्री ओपी चौधरी की पहल और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के निर्देश पर स्वर्गीय लखीराम अग्रवाल स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के पैथोलॉजी विभाग द्वारा 10- 12 जनवरी तक इंडियन एसोसिएशन ऑफ पैथोलाजिस्ट्स एंड माइक्रोबायोलॉजिस्ट्स के (CAPCON 2024-25) छत्तीसगढ़ चैप्टर का तीन दिवसीय 20 वां वार्षिक वर्कशॉप और कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। इस कॉन्फ़्रेस की तैयारी बड़े ही ज़ोरशोर से चल रही है। अतिथि के स्वागत के लिए रायगढ़ मेडिकल कॉलेज का ऑडिटोरियम सज-धजकर अपनी अंतिम तैयारी की ओर है।
छतीसगढ़ एवं रायगढ़ की परिस्थिति के अनुरूप होगी चर्चा
छतीसगढ़ एवं रायगढ़ की परिस्थिति को विशेष रूप से ध्यान में रखते हुए इस कॉन्फ्रेंस का विषय Theme- 'UNLOCKING THE SECRETS OF DISEASES - ADVANCES IN PATHOLOGY' ( पैथोलॉजी में रोगों की प्रकृति के रहस्यों को पता लगाना ) स्वास्थ्य से संबंधित रखा गया है। उभरते हुए चिकित्सकों के अलावा पीजी छात्रों को सम्मेलन में वर्कशॉप और साइंटिफिक सेशन के माध्यम से काफी लाभ पहुंचता है। इस कॉन्फ्रेंस में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश एवं पड़ोसी राज्य के समस्त चिकित्सक,पैथोलॉजिस्ट एवम् स्वास्थ्य विभाग से संबंधित अधिकारी सहित 200 से अधिक प्रतिभागियों की उपस्थिति की संभावना है। रायगढ़ में छत्तीसगढ़ चैप्टर इंडियन एसोसिएशन ऑफ पैथोलाजिस्ट्स एंड माइक्रोबायोलॉजिस्ट्स का पहला कॉन्फ़्रेस होने जा रहा हैं।
इन वरिष्ठों की उपस्थिति में होगी चर्चा
कॉन्फ़्रेस के आयोजक अध्यक्ष डॉ मनोज कुमार मिंज ने बताया कि, सम्मेलन के दौरान देश के प्रख्यात चिकित्सक संबंधित विषय में एक- दूसरे से अपने अनुभव साझा करेंगे। इसका लाभ जनसामान्य के साथ शामिल सभी चिकित्सक पैथोलाजिस्ट सहित पीजी छात्र- छात्राओ को पहुंचेगा। इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीके पात्रा एवं संचालक, चिकित्सा शिक्षा डॉ यूएस पैकरा के साथ विशेष अतिथि चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ विनीत जैन सहित सम्मानित अतिथि सेक्रेटरी-हीमोफीलिया सोसायटी, भोपाल से वक्ता प्रोफ़ेसर डॉ आर के निगम, (एल एन मेडिकल कॉलेज, भोपाल ) के साथ सीनियर तकनीशियन पैथोलॉजी जीएमसी. भोपाल से केपी. वर्मा, अध्यक्ष आयोजक डॉ मनोज कुमार मिंज, सचिव आयोजक डॉ रीना नायक, सहित समस्त अतिथियो और प्रतिभागियों की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न होगा।
ये वरिष्ठ डॉक्टर लेंगे हिस्सा
इस सम्मेलन में अतिथि वक्ता प्रख्यात चिकित्सक एवं मुख्य वक्ता डॉ राहुल भार्गव (प्रमुख संचालक, क्लीनिकल हैमेटोलॉजी / बीएमटी, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम दिल्ली ), एम्स रायपुर से वक्ता अतिरिक्त प्रोफ़ेसर डॉ. राहुल सतरकर, एल एन मेडिकल कॉलेज भोपाल से वक्ता प्रोफ़ेसर डॉ. आर के निगम के साथ सीनियर तकनीशियन पैथोलॉजी एम सी. भोपाल से के.पी. वर्मा, नागपुर से डॉ. सुप्रीता नायक, बैंगलोर से डॉ. सूमा शेषाद्री, मुंबई से डॉ. डी.एन. लंजेवार, कोरबा से डॉ. हनीश कुमार चावड़ा, विशाखापटनम से डॉ. एम उपेन्द्र श्रीनिवास (एमडी डीएम), भिलाई सेल से डॉ. गुरमीत सिंग (एमडी डीएम), रायपुर से डॉ. अवनी तिवारी (एमडी फ़ेलोशिप इन ओंकोलॉजी पैथोलॉजी पी डी सीसी इन रीनल एण्ड ट्रांसप्लांटपैथोलॉजी ), डॉ. प्रिया पाठक (एमडी फैलोशिप इन रीनल पैथोलाजी) सहित अन्य वक्ता शिरकत करेंगे।
इन विषय में होगी विस्तृत चर्चा
1. ब्लीडिंग डिसऑर्ड्स एण्ड कॉगुलेशनडिसऑर्डर जैसे हैमोफ़िलिया।
2. इम्युनियो हिस्टो-केमिस्ट्री पर कैंसर इत्यादि में निश्चित डायग्नोसिस (निदान)।
3. एआई के साथ पैथोलॉजी का सही सरल उपयोग तथा डाटा बेस डिजिटल सोल्यूसन्।
4. सिकल सेल बीमारी का उन्नत आधार पर उपचार।
5. गांठ के सुई से जांच की पैथोलॉजी निदान तकनीक में वैज्ञानिक निष्कर्ष।
6. सिनोनसल ट्यूमर WHO 5वें संस्करण से अपडेट में।
7. ब्रेन स्टोरमिंग सेशन एण्ड प्रेज़ेंटेशन।
8. ऑटोप्सी केयर क्लिनिकोपैथोलॉजिकल कॉन्फ्रेंस एंड केस डिस्कशन।
9. विश्व स्वास्थ्य संगठन 5वें संस्करण से मूत्राशय के ट्यूमर को बेहतर ढंग से निदान।
10. नरम ऊतक ट्यूमर के निदान के लिए दृष्टिकोण।
11. बॉर्डरलाइन डिम्बग्रंथि ट्यूमर दुविधाओं को दूर करना।
12. अप्रोच टू नेटिव रीनल (किडनी) बायोप्सी।
30 से अधिक शोधपत्र किए जाएंगे पेश
इसका लाभ शामिल चिकित्सक, चिकित्सक शिक्षक, मेडिकल छात्र- छात्राओं को होगा। इस सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्र के प्रतिभागियों द्वारा 30 से अधिक शोधपत्र पढ़ कर प्रस्तुत किया जाएगा। सम्मेलन में पैथोलॉजी स्वास्थ्य सेवा में विशेष योगदान हेतु लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। गोल्ड मेडल से बेस्ट ओरल पेपर प्रस्तुति के लिये पीजी स्टूडेण्ट को सम्मानित किया जाएगा।