पुसौर डबल मर्डर केस: मां-बेटी की निर्मम हत्या में हुआ सनसनीखेज खुलासा, 48 घंटों में आरोपी गिरफ्तार

अमित गुप्ता - रायगढ़। गुरवार 17 अप्रैल रायगढ़ जिले के पुसौर थाना क्षेत्र अंतर्गत संवरा पारा में मां-बेटी की निर्मम हत्या की गुत्थी को पुलिस ने केवल 48 घंटों में सुलझा कर एक बड़ी सफलता हासिल की है। इस दोहरे हत्याकांड की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज, डॉ. संजीव शुक्ला द्वारा रायगढ़ एसपी दिव्यांग पटेल को त्वरित कार्रवाई और जांच के निर्देश दिए गए थे। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर घटनाक्रम से जुड़े अहम सबूत भी जुटाए गए।
घटना की संपूर्ण जानकारी
दिनांक 15 अप्रैल 2025 को संवरा पारा में भरत घोबा के निर्माणाधीन मकान में स्थानीय महिला उर्मिला संवरा उम्र 50 वर्ष और उसकी बेटी पूर्णिमा संवरा उम्र 24 वर्ष के शव मिलने से हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी—एसपी दिव्यांग पटेल, एडिशनल एसपी आकाश मरकाम, सीएसपी आकाश शुक्ला, डीएसपी अनिल विश्वकर्मा के साथ फॉरेंसिक टीम, साइबर सेल और डॉग स्क्वॉड मौके पर पहुंची। तत्पश्चात, आईजी डॉ. संजीव शुक्ला भी स्वयं घटनास्थल पर पहुंचे और जांच की।

आपसी विवाद के चलते की थी हत्या
थाना पुसौर में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 103/2025 धारा 103(1), 238 बीएनएस के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल्स और तकनीकी सुरागों के माध्यम से जांच को तेज़ी से आगे बढ़ाया। इसी दौरान मृतिका के घर के समीप किराना दुकान चलाने वाले शुभम सेठ उम्र 20 वर्ष पर संदेह गहराया। पूछताछ में शुभम ने अपराध स्वीकारते हुए बताया कि, आपसी विवाद के चलते उसने यह खौफनाक वारदात की योजना बनाई थी। 14 अप्रैल की रात वह लकड़ी के खुरे के साथ छत के रास्ते पूर्णिमा के घर में घुसा और सो रही पूर्णिमा पर जानलेवा हमला कर दिया। बीच-बचाव में आई उर्मिला को भी उसने बेरहमी से मार डाला। वारदात के बाद दोनों के शव निर्माणाधीन मकान में छिपाकर, खून के धब्बे साफ किए और जनशताब्दी ट्रेन से रायपुर भाग गया।
पुलिस ने जब्त किए जरुरी सबूत
आरोपी के मेमोरेंडम पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त खुरा, क्रिकेट बैट, खून से सने कपड़े और अन्य महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए। आरोपी शुभम सेठ, पिता चंद्रकेतु सेठ, उम्र 20 वर्ष, निवासी बिरसामुंडा चौक, मुडीताल, पुसौर को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। जहां से उसे रिमांड पर भेज दिया गया है। इस अपराध का खुलासा वरिष्ठ अधिकारियों के कुशल मार्गदर्शन और थाना स्टाफ की समर्पित कार्यशैली का परिणाम है। इस कार्रवाई में एडिशनल एसपी आकाश मरकाम, सीएसपी आकाश शुक्ला, डीएसपी अनिल विश्वकर्मा के नेतृत्व में निरीक्षक रामकिंकर यादव, उप निरीक्षक कुंदन लाल गौर, एएसआई मनमोहन बैरागी, ऐनु देवांगन, उमाशंकर विश्वाल, उमाशंकर नायक समेत अन्य पुलिसकर्मियों की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही।
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