रायपुर। मानसून के आगे बढ़ने के बीच बस्तर में बारिश की गतिविधि बढ़ गई है, मगर सरगुजा संभाग में ग्रीष्मलहर के हालात बन गए हैं। मध्य इलाके यानी रायपुर में कहीं बारिश तो कहीं गर्मी जैसी स्थिति बनी हुई है। सुकमा से बीजापुर पहुंच चुका मानसून आजकल में पूरे बस्तर में सक्रिय हो जाएगा और रायपुर तक अपनी सामान्य तिथि 16 जून तक पहुंचने की गुंजाइश है। शनिवार को सुकमा में एंट्री करने वाला दक्षिण-पश्चिम मानसून बुधवार को बीजापुर तक पहुंच गया और एक-दो दिन में इसके पूरे बस्तर में सक्रिय हो जाने की संभावना है। अभी बस्तर के अधिकतर इलाकों में बारिश की स्थिति बन गई है।

बादलों और नमी की वजह से वहां का तापमान सामान्य से चार से पांच डिग्री तक नीचे चला गया है, मगर उत्तर यानी सरगुजा संभाग में पारा सामान्य से उतनी ही अधिक होने की वजह से वहां लू जैसी स्थिति बनने लगी है। मौसम विभाग द्वारा अगले दो दिन तक वहां के एक-दो हिस्सों में ग्रीष्मलहर चलने की चेतावनी जारी की गई है। अभी रायपुर समेत मध्य इलाकों में भी बारिश की सक्रियता कम है जिसकी वजह से यहां भी गर्मी महसूस हो रही है। बुधवार को शाम डूंडा सहित आसपास के इलाकों में हल्की वर्षा हुई, मगर दिन का तापमान सामान्य से तीन डिग्री तक अधिक रिकार्ड किया गया। प्री-मानसून गतिविधि कम होने की वजह से राजधानी में गर्मी अधिक महसूस हो रही, जिससे राहत जून के दूसरे पखवाड़े में ही मिलने की उम्मीद है।

बस्तर में बारिश का दौर

दक्षिण पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा नवसारी, जलगांव, अमरावती, चन्द्रपुर, बीजापुर, विजयनगरम, सुकमा और इस्लामपुर है। इसके प्रभाव से बस्तर में अधिक बारिश होने के आसार है। पिछले चौबीस घंटे में बीजपुर में 5, ओरछा, कटेकल्याण, नारायणपुर में तीन सेमी., पंखाजूर, बस्तर, भोपालपट्‌नम, कोंडागांव सहित अन्य इलाकों में दो से एक सेमी. तक बारिश हुई है।

रायपुर में कब पहुंचा मानसून

वर्ष   तिथि
19 जून   2014
14 जून   2015
18 जून   2016
21 जून   2017
26 जून   2018
22 जून   2019
12 जून   2020
10 जून   2021
17 जून   2022
23 जून   2023

कोरबा-बिलासपुर में एक पारा

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार बुधवार को कोरबा और रायपुर का अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया। इसके अलावा अंबिकापुर 41.7, रायपुर का पारा 41.6, माना बस्ती 41.5, राजनांदगांव 40.5, पेंड्रा 40.2, दुर्ग 39.4, जगदलपुर 292 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। अगले चौबीस घंटे में इसमें बड़ा बदलाव होने की संभावना कम है।