अनुदान पर चर्चा : महंत बोले- शराब सस्ती कर और दुकानें खोल रहे, प्रदेश को कहां ले जा रहे हैं सब दिख रहा

Leader of Opposition in the Assembly Dr. Charandas Mahant
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विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत
विधानसभा में सीएम विष्णुदेव साय की बजट अनुदान मांगों पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि, मोदी गारंटी के तहत एक लाख पदों पर भर्ती नहीं हुई। आर्थिक सलाहकार परिषद बनाने की घोषणा पूरी नहीं हुई। 

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में सीएम विष्णुदेव साय की बजट अनुदान मांगों पर चर्चा जारी है। इस पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि, मोदी गारंटी के तहत एक लाख पदों पर भर्ती नहीं हुई। आर्थिक सलाहकार परिषद बनाने की घोषणा पूरी नहीं हुई। राज्य मुख्य सूचना आयुक्त की नियुक्ति पर कार्यवाही नहीं हुई। खनिज उत्पादन में कमी दर्ज हो रही है और सरप्लस स्टेट में बिजली की कटौती हो रही है। ट्रांसफॉर्मर बदलने में दो- दो महीने का वक्त लग रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि, रायपुर और रायगढ़ के ट्रांसफर गोदाम में आग लगी। इसके पहले तक कभी ऐसी घटनाएं नहीं हुई। शराब की 67 नई दुकानों खोली गई, प्रदेश में 767 शराब हो गई है और शराब सस्ती हो रही है। प्रदेश को किस ओर ले जा रहे हैं, यह दिखाई दे रहा है। परिवहन विभागों में दलालों की संख्या बढ़ रही है। हमारी सरकार ने काफी हद तक लगाम लगाया था। ई गवर्नेंस में काम नहीं हो रहा है और सरकार की वेबसाइट,पोर्टल अपडेट नहीं हो रहे हैं।

स्वीकृत बजट का पूरा किया जाए उपयोग

नेता प्रतिपक्ष श्री महंत ने आगे कहा कि, किराए का हेलीकॉप्टर ले रहे है, जितना किराया दे रहे हैं, उससे अच्छा नया हेलीकॉप्टर क्यों नहीं ले लेते? आवारा पशुओं के संरक्षण संवर्धन में बेहतर काम होना चाहिए। स्वीकृत बजट का पूरा उपयोग किया जाए। ये जैविक खेती की बात कर रहे हैं। जैविक खाद बनाने के लिए गोबर कहा से लाएंगे। नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी का सब्सीट्यूट लाइए। CM फेलोशिप योजना लाने जा रहे हैं। इससे सरकार की गोपनीयता भंग होगी और 33000 शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया कहा रुक गई?

हम सरकार के शुभचिंतक

उन्होंने आगे कहा कि, धर्मिक न्यास विभाग में बजट का 4 फीसदी ही खर्च कर पाए। पर्यटन के रूप में जो केंद्र विकसित हुए थे, वह गायब हो गए। बस्तर को पर्यटन हब के रूप में विकसित करिए, बस्तर स्विट्जरलैंड से भी अच्छा हो जाएगा। हम लोगों को विरोधी मत समझिए। हम सरकार के शुभचिंतक हैं।

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