रायपुर। हिंदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज 22 सितंबर को वक्ता मंच द्वारा शासकीय जिला ग्रंथालय में संपन्न एक भव्य समारोह में प्रदेश भर मे हिंदी साहित्य के सृजन में रत एवं हिंदी के प्रचार हेतु कार्यरत 100 व्यक्तियों को "हिंदी सेवा सम्मान" से अलंकृत किया गया। इस अवसर पर राजधानी रायपुर में प्रदेश स्तरीय हिंदी भवन के निर्माण की शासन से मांग की गई। वक्ता मंच के नेतृत्व में समस्त हिंदी प्रेमियों का प्रतिनिधिमंडल अतिशीघ्र मुख्यमंत्री से भेंट कर इस मांग को आगे बढ़ायेगा। 

सम्मानित हुए लोग 

वक्ता मंच के अध्यक्ष राजेश पराते ने जानकारी दी है कि आज के आयोजन में रायपुर, धमतरी, दुर्ग, राजनांदगाव, बलौदाबाजार सहित प्रदेश भर से बडी संख्या में साहित्यकार शामिल हुए l इस अवसर पर हिंदी रचना पाठ भी संपन्न हुआ। इसमें हिंदी भाषा में कविता, लघु कथा, व्यंग्य, गीत आदि विधाओं में देर शाम तक अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कर रचनाकारों ने श्रोताओं को अभिभूत कर दिया। आज के आयोजन के मुख्य अतिथि छ ग राज्य विद्युत नियामक आयोग के निदेशक कमलेश दिल्लीवार थे। अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार शोभा देवी शर्मा ने की। विशेष अतिथि डॉ सत्यजीत साहू, राजकुमार धर द्विवेदी, यातायात प्रशिक्षक टी के भोई, आचार्य अमरनाथ त्यागी एवं लेखाधिकारी जी एल धीवर थे। कार्यक्रम का संचालन वक्ता मंच के संयोजक शुभम साहू द्वारा किया गया। 

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देश में बोलीं जाती हैं 3 हजार से ज्यादा भाषाएं 

इस अवसर पर अतिथियों ने कहा कि, हिंदी हमारे देश की स्वतंत्रता आंदोलन की भाषा है। हिंदी के माध्यम से ही देश को एक संपर्क सूत्र में बांधा गया है। देश की समस्त भारतीय भाषाओं एवं 30000 से अधिक बोलियों की आत्मा हिंदी भाषा में अभिव्यक्त होती है। हिंदी भाषा का साहित्य अत्यधिक समृद्ध है। हिंदी का आधुनिक साहित्य मानवीय संवेदनाओं को सशक्त रूप से आगे बढ़ाता है। मानवीय मूल्यों, मनुष्य की पीड़ा, जीवन के अंतर्विरोध एवं भावों को प्रमुखता देते हुए हिंदी साहित्य विश्व साहित्य में अपनी विशिष्ट छाप छोड़ता है। अतिथियों ने आगे कहा कि, वैश्वीकरण के इस दौर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी को स्थापित करने की प्रचुर संभावनाएं है। इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ कवि कुमार जगदलवी सहित अनेक हिंदी प्रेमियों ने जिला ग्रंथालय हेतु बडी संख्या में पुस्तकों को दान देने की घोषणा भी की। 

ये वरिष्ठ रहे उपस्थित 

आज इस अवसर पर संजीव ठाकुर, डॉ उदयभान सिंग चौहान, राजा राम रसिक, बिपिन दुबे, शकुंतला तरार, रिक्की बिंदास, डॉ कमल वर्मा, बाल कवि अपूर्व तिवारी, डॉ गोपा शर्मा, प्रगति पराते, हेमलाल पटेल, दुष्यंत साहू, ज्योति शुक्ला, मोहित कुमार शर्मा, सुप्रिया शर्मा, आरव शुक्ला, डॉ कोमल प्रसाद राठौर, प्रो. सुनीता चन्सोरिया, माधुरी शुक्ला, राजेंद्र ओझा, प्रमदा ठाकुर, चंद्रकला त्रिपाठी सहित बडी संख्या में साहित्यकार उपस्थित थे।  कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण शा. उ. मा. शाला बडी करेली (धमतरी) के बाल कवियों की प्रस्तुतियां रही। शाला के शिक्षक कवि जितेंद्र सुकुमार " साहिर " के मार्गदर्शन में बाल कवियों की आकर्षक प्रस्तुतियों ने समां बांध दिया। मंच के उपाध्यक्ष दुष्यंत साहू द्वारा प्रस्तुत आभार प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।