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छत्तीसगढ़ के साहित्यकार विनोद शुक्ल को नई दिल्ली में ज्ञानपीठ पुरस्कार के लिए उनके नाम की घोषणा हुई है। यह पुरुष्कार पहली बार छत्तीसगढ़ के किसी साहित्यकार मिलेगा। 

रायपुर। छत्तीसगढ़ के साहित्यकार विनोद शुक्ल को नई दिल्ली में ज्ञानपीठ पुरस्कार के लिए उनके नाम की घोषणा हुई है। यह पुरुष्कार पहली बार छत्तीसगढ़ के किसी साहित्यकार मिलेगा। श्री शुक्ल की लिखी 'नौकर की कमीज' पर फिल्म बन चुकी है। वे हिंदी के शीर्ष कवि और कथाकार हैं। नई दिल्ली में ज्ञानपीठ चयन समिति ने उनके नाम का चयन किया है। 

सीएम साय ने ट्वीट कर दी बधाई 

साहित्यकार विनोद शुक्ल को ज्ञानपीठ पुरस्कार मिलने पर सीएम विष्णुदेव साय ने X अकॉउंट पर लिखा कि, देश के लब्धप्रतिष्ठ उपन्यासकार- कवि आदरणीय विनोद कुमार शुक्ल जी को प्रतिष्ठित ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किए जाने का समाचार प्राप्त हुआ है। यह छत्तीसगढ़ के लिये गौरव की बात है। आदरणीय शुक्ल जी को अशेष बधाई। उन्होंने एक बार पुनः छत्तीसगढ़ को भारत के साहित्यिक पटल पर गौरवान्वित होने का अवसर दिया है। शुक्ल जी के सुदीर्घ और स्वस्थ जीवन की कामना।

राजनांदगांव में हुआ था जन्म 

श्री शुक्ल हिंदी साहित्य के एक प्रसिद्ध कवि और उपन्यासकार हैं। रायपुर के रहने वाले हिंदी के शीर्ष कवि और कथाकार विनोद शुक्ल का जन्म 1 जनवरी 1937 को राजनांदगांव में हुआ। उनका पहला कविता संग्रह 'लगभग जय हिंद' 1971 में प्रकाशित हुआ था। वे अपनी अनूठी शैली के लिए जाने जाते हैं। उनकी रचनाएं साधारण जीवन शैली को असाधारण तरीके से प्रस्तुत करती है। 
 

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