दामिनी बंजारे- रायपुर। अपनी सेना को जानिए, भारतीय सेना का एक ऐसा कार्यक्रम जिसमें आप शामिल होकर हमारी सेना में शामिल मारक हथियारों के बारे में जान सकते हैं। ऐसा ही एक आयोजन 5 और 6 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के साइंस कालेज मैदान में होने जा रहा है। इस दौरान आप भारतीय सेना के कौन-कौन से हथयार और गतिविधियों को देख सकेंगे, आइए जानते हैं।
यहां सेना के आधुनिक हथियारों, टैंक, फाइटर प्लेन, सहित कई जंगी साजो-सामान देखने को मिलेंगे। रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में इसकी भव्य तैयारियां की जा रही हैं। यहां पर भारतीय सेना की ओर से 5 और 6 अक्टूबर को 'नो योर आर्मी' मेला का आयोजन किया गया है। इस आयोजन के लिए भारतीय सेवा के अत्याधुनिक टैंक सहित अन्य हथियार रायपुर पहुंच गए हैं। राजधानी रायपुर पहुंचे भारतीय सेना के टी90 भीष्म टैंक और अन्य आर्टिलरी का शानदार स्वागत किया गया।
थर्ड जनेरेशन टैंक T-90 देख पाएंगे रायपुरियंस
पहली बार इंडियन आर्मी का सबसे शक्तिशाली T-90 टैंक छत्तीसगढ़ के इस कार्यक्रम में आम पब्लिक के सामने रखा जाएगा। बता दें कि, T-90 जंगी टैंक रूस के सहयोग से बनाया गया है। यह थर्ड जनेरेशन टैंक की श्रेणी में आता है। इसे आसान भाषा में बुलेट प्रूफ टैंक कह सकते हैं। इससे 4000 मीटर तक की रेंज तक निशाना लगाया जा सकता है। साइंस कॉलेज ग्राउंड में हेलीकॉप्टर से सेना के कमांडो उतरते हुए करतब दिखएंगे। आर्मी डेयर डेविल ग्रुप के जवान बुलेट पर स्टंट करते भी दिखाई देंगे।
T-90 टैंक की खास बातें
- भारत के पास अभी रूस में बने 1500 से ज्यादा T-90 टैंक हैं।
- T-90 टैंक से एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल भी दागी जा सकती है।
- 100 से 4000 मीटर तक की रेंज में निशाना लगाया जा सकता है।
- 2019 में भारत ने रूस से 464 और T-90 टैंक खरीदने की डील की थी।
- 4000 मीटर की दूरी को यह मिसाइल 11.7 सेकंड में तय कर लेती है।
- T-90 टैंक रेगिस्तान, दलदली जमीन और पानी में भी चलाए जा सकते हैं।
स्ट्रेला-10 भी होगा आकर्षण का केंद्र
T-90 टैंक के अलावा इस प्रदर्शनी में कम दूरी की सरफ़ेस-टू-एयर मिसाइल सिस्टम (SAM) स्ट्रेला-10 भी आकर्षण का केंद्र होगा। इसका इस्तेमाल कम ऊंचाई वाले प्लेन, हेलीकॉप्टरों, ड्रोन या RPV (रिमोटली पायलटेड व्हीकल्स) को मार गिराने के लिए किया जाता है।
एक मिनट में दो हजार गोलियां फायर करने वाली गन देखिए
यहां एक मिनट में 2 हजार गोलियां फायर करने वाली ZU-23, भी दिखाया जाएगा। जिसका पूरा नाम ZU-23 MM एंटी एयरक्राफ्ट गन सिस्टम है, इससे कम ऊंचाई पर उड़ रहे आसमानी खतरों को खत्म किया जा सकता है। यह गन सिस्टम गैस ऑरपरेटेड एक्शन पर काम करती है। दो नली वाली इस गन से एक मिनट में 2 हजार गोलियां फायर की जा सकती हैं। BMP टैंक की तरह दिखने वाली गाड़ी जमीन पर और पानी दोनों में चलती है। यह 4 किलोमीटर दूर से दुश्मन का सफाया कर देती है। इसमें 10 जवान एक जगह से दूसरी जगह ले जाए जा सकते हैं।
कमांडोज दिखाएंगे अद्भुत रण कौशल
इस मेले में भारतीय सेना के हथियारों और उपकरणों का प्रदर्शन होगा। जिसमें की टैंक्स, इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल, आर्टिलरी गन्स और एयर डिफेंस गन्स शामिल किए गए हैं। साथ ही कार्यक्रम के दौरान भारतीय सेना के कमांडोज अपने अद्भुत रणकौशल का प्रदर्शन भी करेंगे। जिसमें कमांडोज द्वारा हवाई जहाज से पैरा जंप और स्लिदरिंग का भी रोमांचक प्रदर्शन किया जाएगा। 5 अक्टूबर की शाम सेना के बैंड द्वारा दीनदयाल उपाध्याय सभागार में एक भव्य म्यूजिकल शो का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें जबलपुर और वाराणसी से आए मिलिट्री बैंड्स शामिल होंगे।