रायपुर। अब छत्तीसगढ़ के लोग भी निशानेबाजी में नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर खेल सकते हैं। निशानेबाजी एक ऐसा खेल है जिसमें कई दशकों से भारत को अंतर्राष्ट्रीय मेडल मिला है। ओलंपिक में भारत ने अब तक 4 पदक जीते हैं। अब इस खेल में पारंगत होने के लिए खिलाड़ियों को छत्तीसगढ़ के बाहर जाने की जरूरत नहीं है। टॉप गन एकेडमी द्वारा राजधानी के नेताजी सुभाष स्टेडियम में निशानेबाजी के खेल का समर कैंप चलाया जा रहा है। इस कैंप में 9-60 वर्ष तक के लोगों को 10 मीटर एयर राइफल और एयर पिस्तल में पिछले 6 सालों से ट्रेनिंग दी जा रही है।  

टॉप गन एकेडमी के प्रशिक्षक गोपाल दुबे ने बताया कि, यहां एयर राइफल और एयर पिस्तल दोनो की ट्रेनिंग दी जाती है। इसमें इस समय पचास प्लस नेशनल शूटर हैं। इसमें 12 साल से लेकर 60 साल तक के शूटर शामिल हैं और 25 से ज्यादा बच्चे भारतीय नेशनल टीम के ट्रायल में हैं।

50 से ज्यादा नेशनल प्लेयर वाली पहली एकेडमी

यह राज्य की पहली ऐसी एकेडमी है जिसमें 50 से ज्यादा नेशनल प्लेयर हैं। इसके अलावा इस एकेडमी में अंतर्राष्ट्रीय खेल सामग्री भी उपलब्ध है। यहां पर रशिया से मंगाया गया स्केट ट्रेनिंग सिस्टम है। सारे ओलंपिक ग्रेड के राइफल-पिस्तौल जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया से मंगाया गया है। स्विट्जरलैंड से मंगाया गया हाई ग्रेड इलेक्ट्रॉनिक मशीन है। 

प्रशिक्षण लेते हुए छात्र-छात्राएं

ओलंपिक में भारत को सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल दिलाता है शूटिंग 

उल्लेखनीय है कि, शूटिंग ही एक मात्र ऐसा खेल है जिसमें भारत को पहला ओलंपिक गोल्ट मेडल मिला था। वर्ल्ड कप, वर्ल्ड चैंपियनशिप और सारे इंटरनेशनल मैच में सबसे ज्यादा मेडल दिलाने वाला खेल है। पेरिस 2024 ओलंपिक में शूटिंग में भारत को सबसे ज्यादा ओलंपिक मेडल्स (27) मिला है। 

स्टेट और नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में भाग लेने का सुनहरा अवसर

प्रशिक्षक गोपाल दुबे ने बताया कि, यहां पर तीन महीने की ट्रेनिंग के बाद स्टेट और नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिल सकता है। यहां पर शूटिंग के साथ-साथ बच्चों को आवश्यक एकाग्रता के लिए योग और फिजिकल ट्रेनिंग भी कराया जा रहा है। प्रशिक्षक गोपाल ने बताया कि, आने वाले 20 से 30 अप्रैल तक भोपाल में होने वाले इंडियन नेशनल टीम में शामिल होने के लिए 20 खिलाड़ी तैयारी कर रहे हैं।