श्यामकिशोर शर्मा- राजिम। केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ को पर्यटन की दिशा में कई बड़े तोहफे दिए हैं। कई परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ का प्रयागराज कहलाने वाले राजिम में राजीव लोचन कॉरिडोर बनाने की स्वीकृति दे दी है। वहीं केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने नवा रायपुर-राजिम के बीच पुरखौती मुक्तांगन में कन्वेंशन सेंटर बनाने की भी मंजूरी दी है। इस योजना में पांच प्रमुख शक्तिपीठों को जोड़ने की मंजूरी भी दे दी गई है। सिरपुर स्थित बागेश्वरी मंदिर के जीर्णोद्धार को भी स्वीकृति प्रदान की गई है। केंद्र सरकार ने विभिन्न कार्यों के लिए डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट मांगी है।
पर्यटन मंत्री रहते बृजमोहन ने की थी पहल
उल्लेखनीय है कि, सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने पर्यटन मंत्री रहते इस दिशा में पहल की थी। मालूम हो कि, तीन नदियों के पवित्र संगम क्षेत्र राजिम में डुबकी लगाने प्रदेश के कोने-कोने से लोग हर साल लाखों की संख्या में पहुंचते हैं। यहां की गरिमा तब और बढ़ जाती है जब माघ पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक 15 दिनो का वृहद मेला भरता है। इस मेले में विदेशी पर्यटकों के साथ ही हजारों की संख्या में हरिद्वार, इलाहाबाद, नासिक, उज्जैन जैसे बड़े तीर्थो से साधु-संत पहुंचते हैं। यहां 15 दिनो तक रहकर यज्ञ, हवन, प्रवचन कर देश और दुनिया को संदेश देते हैं।
श्रद्धालु यहां आकर शांति का करते हैं अनुभव
भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने राजिम को कुंभ मेला का दर्जा दिया। बाद में शंकराचार्य स्वामी के आदेशानुसार इसे कुंभ कल्प का स्वरूप दिया गया। भगवान श्री राजीव लोचन का मंदिर संगम के किनारे है और बीच नदी में माता सीता द्वारा स्थापित भोलेनाथ कुलेश्वर महादेव का मंदिर है। यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुजन नदी में पवित्र स्नान कर मंदिरों में पूजा कर सुख और शांति का अनुभव करते हैं।
सांसद बृजमोहन का क्षेत्र के प्रति विशेष स्नेह
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने राजिम के प्रति खूब लगाव रखा। उन्होने नदी तट से लेकर कुलेश्वर महादेव के मंदिर तक बहुत बड़ा लक्ष्मण झूला बनवाया जिसे देखने के लिए लाखो की संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं। राजिम के विकास में उन्होने कोई कमी नहीं की। एक तरह से राजिम को उन्होने अपने कर्मक्षेत्र के रूप में शामिल किया। राजिम के एक-एक लोगों को वे व्यक्तिगत रूप से न केवल जानते हैं बल्कि पहचानते भी हैं। नाम लेकर पुकारते हैं। यहां के हर सुख-दुख में वे शामिल होते हैं। कोई भी व्यक्ति श्री अग्रवाल को अपना घर बुलाते है तो वे बहुत ही सहज रूप में स्वीकार करते हुए उस बुलावे पे चले जाते है। यही कारण है कि वे जब-जब राजिम पहुंचते हैं यहां की जनता उन्हें सर आंखों पे बिठाकर जमकर स्वागत सम्मान करती है।
क्षेत्र में खुशी की लहर, जनप्रतिनिधियों ने जताया आभार
राजीव लोचन कॉरिडोर की स्वीकृति मिलने पर समूचे राजिम क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। विधायक रोहित साहू सहित पूर्व सांसद चंदूलाल साहू, पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय, राजिम नगर पंचायत के अध्यक्ष रेखा-जितेंद्र सोनकर, जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू, राजिम भक्तिन माता समिति के अध्यक्ष लाला साहू सहित यहां के तमाम स्थानीय जनप्रतिनिधि और नागरिको ने केंद्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है।