चन्द्रकान्त शुक्ला- रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने 26 जनवरी रविवार को महापौर पद के लिए छत्तीसगढ़ के 10 नगर निगमों से अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए। टिकट की घोषणा के साथ ही यूं तो हर प्रत्याशी के समर्थकों ने जश्न मनाया, लेकिन राजनांदगांव में टिकट मिलने का जश्न ऐसा था, मानो विजय जुलूस निकल रहा हो।
जी हां... राजनांदगांव से भाजपा ने अपने चिर-परिचित चेहरे मधुसूदन यादव को एक बार फिर से महापौर पद के लिए प्रत्याशी घोषित किया है। नाम की घोषणा होते ही भाजपा के कार्यकर्ताओं ने शहर के मानव मंदिर चौक पर आतिशबाजी शुरू कर दी। पूर्व सांसद डा. रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह भी मानव मंदिर चौक पहुंचे और मधुसूदन यादव को सैकड़ों की संख्या में मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने कंधे पर उठा लिया। महौल ऐसा था मानो विजय जुलूस निकल रहा हो। पार्षद, फिर महापौर, सांसद रह चुके मधुसूदन यादव डा. रमन सिंह के कट्टर समर्थक माने जाते हैं। शहर में यह चर्चा आम थी कि, एक बार फिर से मधुसूदन यादव ही भाजपा से महापौर पद के उम्मीदवार होंगे।
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव नगर निगम के लिए भाजपा ने पूर्व महापौर और सांसद मधुसूदन यादव को प्रत्याशी घोषित किया है। उनके नाम की घोषणा के साथ ही शहर में जश्न का महौल बन गया। @RajnandgaonDist pic.twitter.com/61p4NahMmC
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) January 26, 2025
पार्टी के प्रति वफादारी का मिला ईनाम
मधुसूदन शहर ही नहीं बल्कि पूरे राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में काफी जाना-माना चेहरा हैं। एक बार सांसद रहने के बाद जब अभिषेक सिंह को टिकट दिया गया तो भी मधुसूदन डा. रमन के साथ हनुमान की तरह सेवा में लगे रहे। उसके बाद जब संतोष पांडेय को सांसद पद के लिए मैदान में उतारा गया तो भी मधुसूदन पार्टी के आज्ञाकारी सिपाही की भांति पार्टी की सेवा में डटे रहे। श्री यादव की इसी वफादारी का ईनाम पार्टी ने उन्हें एक बार फिर से महापौर पद का उम्मीदवार बनाकर दिया है।
बतौर महापौर उनका काम लोगों को है याद
बहरहाल, यह सभी जानते हैं कि, राजनांदगांव शहर डा. रमन का गढ़ है। और उनके हनुमान यानी मधुसूदन यादव के लिए यह चुनाव कोई खास कठिनाई वाला नहीं होने जा रहा है। शहर की सियासत को समझने वाले बताते हैं कि, लोग बतौर महापौर श्री यादव के काम को आज तक भूले नहीं हैं। संभवत: इसीलिए टिकट की घोषणा होते ही मनाया गया जश्न विजय जुलूस की शक्ल में तब्दील हो गया।