यह कैसी ट्रेनिंग : परीक्षा के दौर में कड़ी धूप में लगी आत्मरक्षा की क्लास, 24 से पहले भुगतान के निर्देश

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छात्राओं को कराटे
राजनांदगांव जिले में कई ब्लैक लिस्टेड ट्रेनरों की सूची भेज दी गई थी। हालांकि जिला शिक्षा विभाग ने सूची को वापस शासन को भेजकर मार्गदर्शन मांग लिया है।

राजनांदगांव। केंद्र की रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा ट्रेनिंग की फिर से शुरूआत हो गई है। सभी सरकारी स्कूलों में यह ट्रेनिंग दी जानी है। जिसके लिए प्रदेश स्तर से ही ट्रेनरों की सूची जिलेवार भेज दी गई है। मजेदार बात यह है कि पिछले साल इस योजना को पिछले साल इस योजना को लेकर उठे सवालों के बाद भी इस बार कोई गंभीरता नहीं दिखाई गई। आलम यह है कि राजनांदगांव जिले में कई ब्लैक लिस्टेड ट्रेनरों की सूची भेज दी गई थी। हालांकि जिला शिक्षा विभाग ने सूची को वापस शासन को भेजकर मार्गदर्शन मांग लिया है।

वहीं खैरागढ़ जिले में 24 मार्च से पहले भुगतान करने के निर्देश भी शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए हैं। इधर नवगठित जिलों में भी इस योजना को लेकर लगातार शिकायतें सामने आ रही है। इस योजना के तहत कम से कम 30 दिन की ट्रेनिंग होनी है, परन्तु मार्च महीने में परीक्षा के बीच ऐसा हो पाना असंभव है। वहीं जिन स्कूलों में ट्रेनिंग हो भी रही है, वहां पर 38 डिग्री की तेज धूप में छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जा रहे हैं।

इस तरह की ट्रेनिंग

इस प्रशिक्षण में छात्राओं को कराटे, जूडो, ताइक्वांडो, किक बॉक्सिंग, मार्शल आर्ट जैसी कलाओं में प्रशिक्षण दिया जाता है। इस प्रशिक्षण के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षक लगाए जाते हैं, जिनके द्वारा छात्राओं को विपरीत परिस्थितियों का सामना करने की कला सिखाई जाती है। इस प्रशिक्षण से छात्राओं को ईव टीजिंग जैसी समस्याओं से निपटने में मदद मिलती है।

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आधे दिन की भी ट्रेनिंग नहीं

केसीजी जिले में अधिकांश स्कूलों से यह शिकायत सामने आई है कि वहां इस योजना को लेकर औसतन 7 से 10 दिन की ही ट्रेनिंग दी गई है। जबकि विभाग द्वारा उन पर मौखिक रूप से पूरा भुगतान किए जाने का दबाव बनाया जा रहा है। ज्ञात हो कि पिछले साल भी आधी-अधूरी ट्रेनिंग देकर पूरा भुगतान कर दिया गया था। ज्ञात हो कि हर स्कूल को पांच हजार रुपए इस योजना के तहत दिया जाता है। केसीजी जिले में लगभग पांच लाख रुपए का फंड आया है।

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