उदासीनता की भेंट चढ़ा त्रिवेणी परिसर : रानी सागर पार्क में असामाजिक तत्वों का बसेरा, जीर्ण- शीर्ण हुआ उद्यान 

त्रिवेणी परिसर से लगा रानी सागर जलाशय के किनारे स्थित उद्यान पूरी तरह उजड़ चुका है। उद्यान के झूले, ग्राउंड, डस्टबिन, कुर्सी, लाइट्स देखरेख के अभाव में बदहाल हो चुके हैं। सुरक्षा ना होने की वजह से यह असामाजिक तत्वों का अड्डा बन चुका है।;

Update:2025-02-27 19:38 IST
जीर्ण- शीर्ण हालत में पार्कPark in dilapidated condition
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अक्षय साहू- राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के त्रिवेणी परिसर से लगा रानी सागर जलाशय के किनारे स्थित उद्यान पूरी तरह उजड़ चुका है। लाखों रुपये खर्च कर रानी सागर उद्यान का निर्माण किया गया, जिसका लाभ शहरवासी ले सकें। पार्क के ओपन जिम और हरियाली से शहरवासियों की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर हो सके, लेकिन लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी रखरखाव के अभाव में यह पार्क उजाड़ हो चुका है। 

नगर निगम प्रशासन की उदासीनता के कारण उद्यान की दुर्दशा हो चुकी है। रानी सागर पार्क में बनाया गया ओपन जिम भी पूरी तरह कबाड़ हो चुका है। ओपन जिम के पार्ट्स टूट गए हैं या चोरी हो गए हैं। पार्क की बाउंड्री भी टूट- फुट गई है। देखरेख नहीं होने के कारण मवेशियों ने पार्क में चारों तरफ गंदगी फैल रखी है। इस पार्क में अव्यवस्थाओं का आलम बदस्तूर जारी है।

पार्क पूरी तरह से हुआ जीर्ण- शीर्ण 

उद्यान के झूले, ग्राउंड, डस्टबिन, कुर्सी, लाइट्स देखरेख के अभाव में बदहाल हो चुके हैं। पूरे पार्क से हरियाली गायब हो चुकी है। तीन शिक्षण संस्थान और शहर के सबसे खूबसूरत जलाशय रानी सागर से घिरा हुआ यह पार्क अब पूरी तरह से जीर्णशीर्ण हो चुका है। दो स्कूल और जिले का सबसे बड़ा कॉलेज दिग्विजय महाविद्यालय, पार्क से कुछ ही कदमों की दूरी पर स्थित है, लेकिन पार्क में हर तरफ गंदगी पसरी हुई है। जिसके कारण बच्चे पार्क में प्रवेश ही नहीं कर पाते हैं। बच्चे पार्क में खेलना तो चाहते हैं, लेकिन पार्क की दयनीय स्थिति के कारण वे मन मारकर रह जाते हैं। 

असामाजिक तत्वों का अड्डा बना पार्क 

उद्यान के मध्य में लगा फाउंटेन भी पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। उद्यान में हर तरफ सिर्फ कचरा और गंदगी फैली रहती है। रखरखाव का अभाव होने के कारण यह उद्यान अब असामाजिक तत्वों का अड्डा बन चुका है। हर शाम यहां पर आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों का जमावड़ा लगा रहता है। असामाजिक तत्वों के लिए अब यह नशाखोरी का अड्डा बन गया है। पार्क में गंदगी और बदहाली के कारण घूमने आने वाले लोगों की भी तादात कम हो गई है।

लाइट्स की व्यवस्था भी नहीं 

शहर में लोगों को स्वास्थ्य लाभ देने के लिए रानी सागर पार्क आज बदहाली की मार झेल रहा है। यहां शाम का आलम ऐसा होता है कि महिलाएं इस इलाके से गुजर भी नहीं सकती। लाइट्स तक की व्यवस्था नहीं होने के कारण शाम होते ही इस इलाके में अंधेरा पसर जाता है, जिसकी वजह से पार्क में आए दिन लड़कियों के साथ छेड़खानी, नशाखोरी जैसी घटनाएं सामने आती रहती है।

स्थानीय लोगों ने की गार्ड नियुक्त करने की मांग 

वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि, पार्क की स्थिति दयनीय नहीं होती तो इसका लाभ स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थियों और खिलाड़ियों के अलावा यहां के रहवासियों को भी मिलता। नगर निगम प्रशासन को इस पार्क का रखरखाव करना चाहिए। साथ ही सुरक्षा के लिए पार्क में एक गार्ड नियुक्त कर देना चाहिए।

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