रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी को आवंटित सागौन बंगला 20 साल बाद खाली होगा। संपदा विभाग ने इसके लिए जनवरी में नोटिस जारी कर तत्काल बंगला खाली करने कहा था। डॉ. रेणु जोगी ने संपदा संचालक को पत्र लिखकर 2 माह का समय मांगा है । उन्होंने कहा है कि उनका नया बंगला सिविल लाइंस में बन रहा है, वहां का काम पूरा होते ही इसे खाली कर देंगे। छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद उन्हें शासकीय बंगले का आवंटन किया गया था। उस समय उनके लिए कई शासकीय बंगले सुझाए गए, लेकिन उनके पुत्र अमित जोगी की जिद पर सागौन बंगला आवंटन किया गया। अजीत जोगी की मृत्यु के बाद सागौन बंगले को खाली करने के कई प्रयास हुए।
अब नई सरकार आने के बाद इस बंगले को खाली करने के लिए जनवरी में नोटिस जारी कर बंगला तत्काल खाली करने कहा गया। नोटिस मिलने पर डॉ. रेणु जोगी ने 19 जनवरी को संपदा विभग के संचालक को पत्र लिखकर 2 माह का समय देने का अनुरोध किया। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि सिविल लाइंस में उनका आवास तैयार हो रहा है। दो माह में इसके निर्माण का कार्य पूरा हो जाएगा। तब इस सागौन बंगले को खाली कर देंगे। संपदा विभाग ने अभी इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है। अधिकारियों के अनुसार जल्द ही एक और रीमाइंडर जारी किया जाएगा।
सागौन बंगला को शुभ नहीं मानते थे
सागौन बंगला पीडब्ल्यूडी के जोन कार्यालय के पास कटोरा तालाब में सड़क किनारे स्थित है। बताया जाता है कि सागौन बंगले को शुभ नहीं मानते थे, इसी कारण अफसर और कई मंत्री कभी इस बंगले में नहीं रहना चाहते थे। 2003 में मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी भी इस बंगले से दूर रहना चाहते थे, पर अमित जोगी की जिद पर इस बंगले में शिफ्ट हुए। तब से लेकर अब तक जोगी परिवार यहां पर निवास कर रहा था।