Logo

महेन्द्र विश्वकर्मा -जगदलपुर। देश को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त करवाने की जंग में तमाम लोग शामिल हुए थे। उन्हीं में से एक शहर निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राम अक्षयवर शर्मा हैं, जिनका 101 साल की उम्र में 11 अप्रैल 2012 को निधन हो गया। वे पुलिस विभाग में  प्रधान आरक्षक पद पर थे। उनकी छड़ी, ताम्रपत्र, जैकेट, कुर्ता, पायजामा, चश्मा, तिरंगा, ब्रीफकेश, डॉ. अब्दुल कलाम के साथ खींची हुई फोटो को धरोहर के रूप में छोटे पुत्र संजयमणि शुक्ला रखे हुए हैं और उनके सामान की पूजा करते हैं।

संजयमणि ने बताया कि,  पिता ने कहा था कि उनका सपना था कि भारत माता का मंदिर बनाएंगे, जिसे पूरा नहीं कर पाए। इस सपना को पूरा करने के लिए प्रयास कर रहे हैं, अपने घर में ही भारत माता का मंदिर बनाएंगे। उन्होंने बताया कि पिता के समय से ही घर में स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते आ  रहे हैं।  

मिली जमीन पर अवैध कब्जा

संजयमणि ने बताया कि पिता को शासन से संभागीय मुख्यालय से लगभग 22 किमी दूर करनपुर में 5 एकड़ जमीन मिली थी। पिता के निधन के बाद उस जमीन को देखने गए तो पता चला कि उस जमीन में कुछ लोगों द्वारा अवैध कब्जा किया गया है, इस पर प्रशासन का ध्यान नहीं है।