रायपुर। मानसून में रेत खदानें बंद हो जाएंगी। उससे पहले महानदी की कई वैध-अवैध खदानों से मशीनों के जरिए इतनी रेत निकाली जा रही है कि नदी पर वाहनों का काफिला दौड़ता नजर आ रहा है। नदी कई हिस्सों में बंटी दिख रही है, कई रास्ते बन गए हैं। आरंग ब्लॉक में कई खदानों में जहां सीआ से अनुमति बिना रेत खदानों में अवैध रूप से रेत का उत्खनन का काम दिन- रात चल रहा है, जिन खदानों को अनुमति मिली है, वहां भी नियम विरुद्ध निर्धारित से ज्यादा एरिया में उत्खनन, चेन माउंटेन मशीनों से रेत की लोडिंग, पानी के साथ रेत का उत्खनन कराया जा रहा है। कल आधी रात इसी कराया जा रहा है। कल आधी रात इसी आपाधापी में एक खदान में हाईवा के नीचे आकर एक श्रमिक की मौत हो गई।
हरिभूमि ने गुरुवार को आरंग क्षेत्र की कुछ रेत खदानों की लाइव पड़ताल की। इस दौरान बेनीडीह स्थित महानदी में जो नजारा देखने को मिला, वह किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था। रेत माफिया के लोगों ने नदी के अंदर ही मुरुम-मिट्टी से कई रास्ते बना लिए हैं। इन रास्तों के कारण नदी कई टुकड़ों में दिखने लगी है। रास्ते नदी में एक किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी तक बना लिए गए हैं, जहां चेन माउंटेन मशीन से रेत का उत्खनन किया जा रहा है।
अवैध उत्खनन के दौरान ट्रैक्टर चालक की मौत
अभनपुर क्षेत्र के लखना रेत खदान में आधी रात को रेत माफिया के लोग रेत का अवैध उत्खनन करने पहुंचे थे। यहां भी चेन माउंटेन मशीन से उत्खनन किया जा रहा था। इस दौरान एक ट्रैक्टर चालक चेन माउंटेन मशीन के नीचे दब गया, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक का नाम राजेश यादव बताया जा रहा है, जो ग्राम घोट का रहने वाला था। इस घटना के बाद पुलिस के साथ खनिज विभाग के अधिकारी भी जांच करने मौके पर पहुंचे। विभाग ने घटनास्थल से चेन माउंटेन मशीन को जब्ती बनाते हुए उसके मालिक पर जुर्माना लगाया है, वहीं पुलिस ने चालक की मौत के मामले में केस दर्ज किया है।
उत्खनन पर रोक को लेकर असमंजस की स्थिति
बारिश के सीजन में हर साल 10 जून से लेकर 10 अक्टूबर तक रेत खदानों में उत्खनन पर रोक लगाई जाती है। रायपुर जिले में पिछले साल 10 जून को ही रोक लगाई गई थी, लेकिन खनिज विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बार 15 जून को रोक लगाने का आदेश जारी हुआ है, जबकि विभागीय सूत्रों के अनुसार 10 जून से रोक लागू हो चुकी है। इस तरह रेत उत्खनन पर रोक की तारीख को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
हाईवा गाड़ियों का लगा रहा रेला
पड़ताल के दौरान पता चला कि आरंग की बेनीडीह स्थित रेत खदान में रायपुर और महासमुंद दोनों सीमा पर नदी से रेत का नियम विरुद्ध तरीके से धड़ल्ले से उत्खनन किया जा रहा था। इस दौरान रायपुर सीमा क्षेत्र में नदी के बीच में करीब एक किलोमीटर तक लंबा रास्ता बनाया गया था, जिसमें हाईवा गाड़ियों का लगातार आवागमन हो रहा था। बीच नदी में यहां चेन माउंटेन की दो मशीन से लगातार पानी के नीचे से रेत का उत्खनन कर गाड़ियों में लोडिंग की जा रही थी। इसी प्रकार नदी के दूसरी तरफ महासमुंद सीमा में भी लगभग 50 हाईवा गाड़ियों का रेला लगा रहा। इन गाड़ियों में भी 3 चेन माउंटेन मशीन से पानी के नीचे से रेत का उत्खनन कर लोडिंग कराई जा रही थी।
पारागांव में भी अवैध रूप से चल रहा था उत्खनन
आरंग क्षेत्र में बेनीडीह नदी में अवैध रूप से रेत का उत्खनन किया जा रहा था। यहां भी करीब 25-30 हाईवा नदी के बीच में खड़े मिले। इन गाड़ियों में भी चेन माउंटेन मशीन से पानी के नीचे से रेत का उत्खनन कर लोडिंग किया जा रहा था। नदी के ऊपरी रास्ते में भी रेत से भरी कई गाड़ियां मिलीं। इनमें कई गाड़ियों के सामने कांच में ऑन ड्यूटी रेलवे चस्पा किया हुआ था।
जगह-जगह पहाड़ की तरह रेत के अवैध भंडारण भी मिले
आरंग क्षेत्र में कई खदानों के आसपास गांव में रेत के अवैध भंडारण भी मिले। पारागांव में खाली जगह पर पहाड़ों की तरह रेत का भंडारण मिला। यहां कुछ लोगों से पूछताछ पर पता चला कि यह भंडारण अवैध है। भंडारण के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई है। पारागांव में सिर्फ एक जगह नहीं, बल्कि कई जगह रेत के अवैध भंडारण मिले। अधिकारियों के अनुसार यहां एक-दो लोगों को भंडारण को लेकर नोटिस भी दिया गया है।
खदानों में उत्खनन पर 15 तारीख से लगेगा प्रतिबंध
रायपुर खनिज विभाग के उप संचालक केके गोलघाटे ने बताया कि, बारिश के सीजन में रेत खदानों में उत्खनन पर प्रतिबंध इस बार जिले में 15 जून से लगाया जाएगा। पिछले साल 10 जून को लगाया गया था। लखना अभनपुर में अवैध रूप से उत्खनन किया जा रहा था। इस मामले में विभाग कार्रवाई कर रहा है।
मौत मामले में केस दर्ज
रायपुर ग्रामीण एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि, लखना नदी किनारे रेत का उत्खनन के दौरान एक व्यक्ति की चेन माउंटेन मशीन के नीचे दबकर मौत हो गई। इस मामले में केस दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।