कोरबा- छत्तीसगढ़ के कोरबा में प्राथमिक शाला स्कूल भवन का बड़ा हिस्सा टूटने की वजह से हड़कंप मच गया है। इसके टूटने के बाद 6 बच्चे गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। जहां बच्चों की हालत गंभीर होने पर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। 

आंधी-तूफान आने से गिरा छज्जा

बता दें, यह घटना पसान दर्री पारा प्राथमिक स्कूल की है। जिस वक्त छज्जा गिरा, उस वक्त बच्चे स्कूल में भोजन कर रहे थे। तभी आंधी-तूफान आने से स्कूल की छज्जा टूटकर गिर गया, जिससे आधा दर्जन बच्चे गम्भीर रूप से घायल हो गए। कई बच्चों के सिर और हाथ में गम्भीर चोटे आई हैं। इस घटना के बाद से बच्चे काफी डरे हुए हैं। इसल हादसे की सूचना मिलते ही स्कूल में ग्रामीणों की भीड़ लगने लगी है।  

सिटी सेंटर मॉल में हुआ हादसा 

पंडरी सिटी सेंटर मॉल में मंगलवार की रात लगभग 8 बजे हुई दर्दनाक घटना ने वहां मौजूद सभी लोगों को हिलाकर रख दिया। लोगों का ध्यान धड़ाम की आवाज की तरफ गया, जहां तीन माह का मासूम गिरा पड़ा था। आनन-फानन उसे उठाकर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उसकी जान जा चुकी थी। बच्चा पिता की गोद में था। एस्केलेटर से तीसरे से चौथे माले तक जाने के दौरान पिता का संतुलन बिगड़ा और बच्चा उनकी गोद से नीचे जा गिरा। सामान्य दिनों की तरह सिटी सेंटर में मंगलवार को भी लोग खरीदी करने में व्यस्त थे, इसी दौरान तीसरी मंजिल से नीचे गिरे बच्चे को देखकर सब सकते में आ गए। घटना से बदहवास माता-पिता मासूम को गोद में उठाकर देवेंद्र नगर के एक निजी अस्पताल पहुंचे, जहां से उसे बैरन बाजार के दूसरे अस्पताल लाया व गया, मगर बच्चे की सांसें थम चुकी थीं। 

बच्चे की मां बेसुध हो गई

अस्पताल में मासूम की मौत की जानकारी होने के बाद मां बेसुध हो गई। महज तीन माह पहले दुनिया में आए बेटे को खोने का पहाड़-सा गम झेल रहे पिता किसी तरह अपने परिचितों की मदद लेकर पत्नी को अपने घर तक लेकर गए। इस घटना की जानकारी एक वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस तक पहुंची और जान गंवाने वाले बच्चे तथा उसके परिवार की पहचान के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। आधा दर्जन अस्पतालों में खोजने के बाद उन तक आधी-अधूरी जानकारी और पिता का मोबाइल नंबर लगा। हरिभूमि ने जब अपने स्तर पर मामले की तफ्तीश की तो पता चला कि जान गंवाने वाला मासूम महज तीन महीने का था और उसके पिता राजन कुमार सिंह बैंक ऑफ बड़ौदा में ब्रांच मैनेजर हैं। वह सहू के मैट्रो ग्रीन के निवासी बताए गए हैं। राजन अपनी पत्नी और दोनों बच्चों के साथ मॉल आए हुए थे, जहां यह दर्दनाक घटना हो गई। मामले में देवेंद्र नगर थाने की पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है। घटना के बाद से सिंह परिवार सदमे है, इसलिए उनसे बुधवार को घटना के बारे में पूछताछ की जाएगी।

बच्चे का नाम राजवीर 

एएसपी सिटी लखन पटले ने बताया कि काफी कोशिशों और संबंधित मोबाइल पर कॉल करने पर बच्चे का नाम राजवीर सिंह पता चला है। मिली जानकारी के आधार प्पर पुलिस मैट्रो ग्रीन जाएगी। पुलिस को अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि घटना कैसे हुई, अनुमान लगाया जा रहा है कि एस्केलेटर पर सवार होने के दौरान पिता का बैलेंस बिगड़ा और मासूम राजवीर उनके हाथ से छूटकर नीचे जा गिरा।

मॉल स्टाफ सदमे में...मगर चुप्पी

हरिभूमि की टीम इस मामले की पड़ताल करने मंगलवार रात सिटी सेंटर मॉल पहुंची तो वहां सबकुछ सामान्य हो गया था। मौजूद दुकानों में स्टॉफ मौजूद था और सुरक्षा गार्ड भी मुस्तैद थे, लेकिन घटना के बारे में किसी तरह की जानकारी नहीं देने के लिए उनके पास कई तरह के बहाने जरूर थे। इस घटना से अनजान लोग अपनी जरूरत के सामान खरीदने में व्यस्त थे। प्रबंधन ने उस एस्केलेटर को जरूर बंद कर दिया था, जिसमें यह हादसा हुआ।