रायपुर। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सोमवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि, वे लोकसभा चुनाव से पहले भाई और कसाई की सूची जारी करेंगे। भाई और कसाई को परिभाषित करते हुए उन्होंने कहा कि, जो दल गोहत्या रोकने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाते वह कसाई की सूची में डाले जाएंगे। वहीं जो दल गोमाता का संरक्षण करे, वह हमारा भाई है। उन्होंने कहा कि, लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता जारी होने के बाद भाई और कसाई की सूची जारी करेंगे। उन्होंने बताया कि, ऐसी सूची को घर-घर में भेजा जाएगा और 'भाई' को वोट देने की अपील की जाएगी।

इससे पहले उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ धर्म भूमि है, यहां आना अच्छा लगता है। आज संत समागम का शुभारंभ हुआ है, राजिम कुंभ को कुंभ 'कल्प' कहा गया। शंकराचार्य ने कहा कि, जो सरकारें होती हैं वह अपनी व्यवस्था करती हैं।

शंकराचार्यो के कहने पर ही राजिम कुंभ 'कल्प' नाम मिला

शंकराचार्यों के कहने पर ही कुंभ 'कल्प' शब्द का प्रयोग हुआ है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही सरकारें प्रदेश की पहचान ही स्थापित करना चाहती हैं। इसके बाद उन्होंने कहा कि, राजनीतिक दलों को गोहत्या बंद करने का संकल्प लेना चाहिए। लोकसभा चुनाव के पहले ही गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिया जाना चाहिए। 

राम आए तो बदलाव दिखना चाहिए

उन्होंने साफ तौर पर कहा कि, जो दल इसका समर्थन नहीं करते उन्हें वोट देने वाले भी गोहत्या के भागी माने जाएंगे। उनहोंने कहा कि, देश में अमृतकाल चल रहा है, फिर भी गोहत्या हो रही है। अयोध्या में मंदिर बनने के बाद राम आने की बात कही गई। अगर राम आए हैं तो कुछ तो बदलाव नजर आना चाहिए। राम आने के बाद तो कम से कम गोहत्या बंद होनी चाहिए।