रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के तेलीबांधा इलाके में स्थित हाइपर क्लब में देर रात गोली चली। आरोपी विकास अग्रवाल और रोहित तोमर के बीच प्रेम प्रसंग को लेकर विवाद हुआ। इसके बाद आरोपी रोहित तोमर ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से फायर कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार, तेलीबांधा के हाइपर क्लब में देर रात आरोपी विकास अग्रवाल और रोहित तोमर के बीच प्रेम प्रसंग को लेकर विवाद हुआ। इसके बाद आरोपी रोहित तोमर ने विकास अग्रवाल के साथ मारपीट करते हुए गाड़ी में की तोड़फोड़ की और अपनी लाइसेंसी पिस्टल से फायर कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
देर रात मंत्री के बंगले में चली थी गोली
वहीं शनिवार 10 फरवरी को प्रदेश के कैबिनेट मंत्री दयाल दास बघेल के बंगले पर देर रात गोली चलने की आवाज से राजधानी में सनसनी फैल गई। आनन-फानन में पुलिस के बड़े अफसर मौके पर पहुंच गए। हालांकि बाद में पता चला कि, बंगले में तैनात सुरक्षाकर्मी ने खुद ही अपनी सर्विस राइफल से गोली मारकर खुदकुशी कर ली है। सूचना मिलते ही रायपुर SSP संतोष सिंह भी देर रात देर रात सवा 2 बजे मौके पर पहुंच गए।
ड्यूटी पर तैनात कॉन्स्टेबल ने की आत्महत्या
दरअसल, प्रथम वाहिनी के कॉन्स्टेबल रोहित सलामे की ड्यूटी कैबिनेट मंत्री दयाल दास बघेल के बंगले पर लगी थी। मंत्री बघेल का बंगला स्टेशन रोड पर स्थित है। वहां के गार्ड रूम में रोहित ने अपनी केलिबर सर्विस राइफल को चेहरे के नीचे ठुड्डी में लगाया और गोली मार ली।
मौके पर पहुंचे एसएसपी समेत अन्य अधिकारी
देर रात लगभग सवा दो बजे इस घटना की सूचना मिलते ही रायपुर SSP संतोष सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। उनके साथ कंपनी कमांडर नेहरू राम साहू, डीएसपी लाइन निलेश द्विवेदी, आरआई वैभव मिश्रा और गंज थाना प्रभारी आशीष यादव घटना स्थल पर पहुंचे। पुलिस ने शुरुआती जांच पड़ताल कर आरक्षक की लाश को हॉस्पिटल में शिफ्ट किया है।
सप्ताहभर की लंबी छुट्टी के बाद ज्वाइन की थी ड्यूटी
खुद को गोली मार लेने से ठीक पहले आरक्षक रोहित अपनी ड्यूटी खत्म कर रेस्ट करने गार्ड रूम आया था। उसने रात को 2 बजे ब्रश भी किया और इसके बाद आत्मघाती कदम उठा लिया। बताया जा रहा है कि रोहित ने एक हफ्ते पहले 25 दिन के अवकाश से लौटकर ड्यूटी जॉइन की थी।