रायपुर। छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में अंतर्कलह कम होने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेसी नेता और पूर्व महामंत्री अरुण सिसोदिया ने स्लीपर सेल वाले बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र लिखा और स्लीपर सेल वाले बयान की शिकायत करते हुए इसे आचार-संहिता का उल्लंघन बताया है। उन्होंने बयान के माध्यम से समाज में नफरत फैलाने का आरोप लगाया है।
उल्लेखनीय है कि, पहले सिसोदिया ने कांग्रेस के पार्टी फंड में 5.89 करोड़ रुपये गड़बड़ी का आरोप लगाया था और एसपी को पत्र लिखकर सुरक्षा मांगी थी। अरुण सिंह सिसोदिया ने दुर्ग एसपी को चिठ्ठी लिखी थी कि, पार्टी फंड में सेंध लगाने वाले बड़े नेताओं के खिलाफ मैंने पार्टी को चिठ्ठी लिखी है। साथ ही बयान भी दिया है। ऐसी स्थिति में मुझे व मेरे परिवार को जान-माल का खतरा है। इसलिए 24 घंटे के भीतर मुझे सुरक्षा प्रदान की जाए।
बघेल के सलाहकार विनोद वर्मा के बेटे की कंपनी को पैसे देने का आरोप
आपको बता दें कि, सिसोदिया ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के बेटे की कंपनी टेसू मीडिया लैब गाजियाबाद को 5 करोड़ 89 लाख रुपये नियम विरुद्ध देने का आरोप लगाया था। यह पैसे तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और प्रभारी महामंत्री की जानकारी के बिना भुगतान किया गया।