रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य के स्थापना दिवस समारोह 1 नवंबर को लेकर इस बार तारीखों का पेंच सामने आ रहा है। दरअसल, इस बार दीपावली 31 अक्टूबर या 1 नवंबर को और उसके बाद 2 नवंबर को गोवर्धन पूजा है। ऐसे में इन्ही दिनों में राज्योत्सव का आयोजन मुश्किल लग रहा है। उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो इस बार राज्योत्सव तीन दिनों का यानि 4 से 6 नवंबर तक का हो सकता है। इस मामले में सरकार का फैसला आना अभी बाकी है। 

राज्य गठन पर हर साल होने वाला आयोजन छत्तीसगढ़ के गौरव से जुड़ा एक महत्वपूर्ण आयोजन है। इसकी तैयारी पिछले कुछ महीनों से चल रही है। इस अवसर पर राज्य का गौरव बढ़ाने वाले लोगों को राज्य अलंकरण पुरस्कारों से नवाजा जाता है। इसके लिए भी प्रक्रिया चल रही है। लेकिन इस बार के राज्योत्सव के दौरान ही सबसे बड़ा धार्मिक पर्व भी आ रहा है। बताया गया है कि 1 नवंबर को दीपावली और 2 को गोवर्धन पूजा, 3 को भाईदूज होने के कारण लोग राज्योत्सव में शामिल नहीं हो पाएंगे। लिहाजा इस संबंध में अब सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर ये विचार चल रहा है कि राज्योत्सव की तारीख को बढ़ाया जाए। 

कैबिनेट में हो सकता है फैसला

जानकार सूत्रों की मानें तो राज्योत्सव के संबंध में मुख्य सचिव के स्तर पर हुई बैठक में भी इस बात पर विचार किया गया है कि इस बार तीन दिनों का राज्योत्सव 4 से 6 नवंबर के बीच प्रस्तावित किया जा सकता है। इसके साथ ही सबसे महत्वपूर्ण ये भी है कि राज्योत्सव का आयोजन कहा होगा। पूर्व में राज्योत्सव नवा रायपुर में होता था। लेकिन पिछली कांग्रेस सरकार ने इस आयोजन को रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान पर आयोजित करवाने का फैसला कर लिया। अब सूत्रों की मानें तो साय सरकार यह आयोजन नवा रायपुर में करवाना चाहती है। बताया गया है कि इन मुद्दों पर gal फैसला राज्य सरकार के कैबिनेट की बैठक में होगा।