रायपुर। आईपीएल के सत्रहवें मुकाबले में गुरुवार को गुजरात टाइटंस और पंजाब किंग्स टीम के बीच मुकाबला हुई। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए इस मैच में पंजाब की टीम ने गुजरात को 3 विकेट से हरा दिया। छत्तीसगढ़ के शशांक सिंह मैच फिनिशर की भूमिका में नजर आए। पंजाब किंग्स की तरफ से मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज शशांक ने 29 बॉल में नाबाद 61 रनों की पारी खेलकर अपनी टीम को जीत दिलाई। पंजाब की ओर से शशांक इस सीरीज में पहली बार बैटिंग करने मैदान में उतरे और अपनी आक्रामक पारी से टीम को बड़ी जीत दिलाई।
शशांक ने 6 चौके और 4 छक्के की मदद से 61 बनाए। शशांक की यह पारी इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि 5 विकेट गिरने के बाद पंजाब की हार तय हो चुकी थी, लेकिन शशांक ने 210 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए मैच को अंतिम ओवर तक पहुंचाया तथा टीम को जीत दिलाई। टीम लगातार विकेट गंवा रही थी, लेकिन एक छोर से शशांक डटे हुए थे। उन्होंने टीम की मैच में वापसी कराते हुए 29 गेंदों पर 61 रन की पारी खेलकर पंजाब की जीत में अहम योगदान दिया।
पिछले साल भी दिखाया था जलवा
शशांक ने पिछले साल भी अपनी आक्रामक पारी का जलवा दिखाया था। खास बात ये भी है कि पिछले साल गुजरात के खिलाफ शशांक सिंह ने हैदराबाद सनराइजर्स की ओर से खेलते हुए शानदार बल्लेबाजी की। पांचवे मैच में उन्हें पहली बार खेलने का मौका मिला। मैच के आखिरी ओवर में शशांक ने कमाल दिखाते हुए गुजरात के गेंदबाजों की जमकर धुलाई की थी। उन्होंने छह गेंदों का च सामना करते हुए शानदार 25 रन बनाए। पारी के दौरान शशांक ने तीन छक्के और एक चौका लगाया। ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की बदौलत हैदराबाद ने 20 ओवर में छह विकेट पर 195 रनों का स्कोर खड़ा किया था।
भिलाई का रहने वाला है शशांक
शशांक सिंह का परिवार मूलतः भिलाई का रहने वाला है। हालांकि शशांक खुद मुंबई में जन्मे और पले-बढ़े हैं। शशांक पहले टी-20 व वनडे प्रतियोगिता मुंबई की टीम से खेलते थे, लेकिन दिसंबर 2019 में उन्होंने रणजी ट्रॉफी में पहली बार छत्तीसगढ़ की टीम से खेलते हुए फर्स्ट क्लास क्रिकेट की शुरुआत की। शशांक ने रणजी ट्रॉफी में औसत प्रदर्शन किया। छह मैच की छह पारियों में वे 33.66 की औसत से 202 रन उन्होंने बनाए। शशांक दिल्ली की टीम का भी हिस्सा रहे हैं।