कुश अग्रवाल- बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के ग्राम देवपुर में वन चौकीदार बसंत चौहान की आत्महत्या के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। एक साल पहले हुई इस घटना में पुलिस ने मृतक के छोटे भाई अजय चौहान को हत्या के आरोप में हाल ही में गिरफ्तार कर लिया है। अब मृतक बसंत चौहान की पत्नी, पुत्र और देवरानी ने पुलिस पर गलत तरीके से अजय को फंसाने का आरोप लगाया है। परिजनों ने मृत्यु पूर्व का वीडियो भी पुलिस को सौंपा है।
1 साल पूर्व का है मामला
बया क्षेत्र के ग्राम देवपुर में पुलिस को 3 सितंबर को बसंत के घर में फांसी लगाए जाने की जानकारी मिली थी। जिसमें उसके भाई अजय द्वारा फांसी के फंदे को हंसिया से काटकर मृतक बसंत को नीचे उतारकर पिथौरा हॉस्पिटल इलाज के लिए ले जाया गया। जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत बता दिया। इस संबंध में थाना पिथौरा जिला महासमुंद की पुलिस टीम द्वारा प्रकरण में जांच पंचनामा कार्यवाही और पोस्टमार्टम कर प्रकरण को चौकी बया को स्थानांतरित किया गया। जिसके बाद पुलिस ने जांच में उसके बड़े भाई को आरोपी पाकर गिरफ्तार किया था।
पीएम रिपोर्ट में बताई गई थी हत्या
डाक्टरों ने मृतक के पीएम रिपोर्ट में मृत्यु किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा गला घोंटकर हत्या करना बताया था। इस तरह मामले में मृतक की मृत्यु फांसी लगाने से ना होकर,उसकी गला घोटकर हत्या करना पाया गया। जिसके आरोप में मृतक के भाई को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
पुलिस कार्रवाई पर उठाए सवाल
मृतक के परिजनों का कहना है कि, पुलिस ने अजय को फंसाया है। मृतक ने फांसी लगाने की कुछ ही समय पूर्व एक वीडियो भी बनाया था। जिसमें वह कह रहा है कि, मैं अपनी परेशानी की वजह से आत्महत्या कर रहा हूं। यह वीडियो उन्होंने पुलिस को दिखाया था उसके बाद भी पुलिस ने बिना जांच किए मृतक के भाई को हत्या का आरोपी बनाकर जेल में डाल दिया। परिजनों ने न्याय नहीं मिलने पर इसकी शिकायत गृह मंत्री से करने की बात कही है।