लीलाधर राठी- सुकमा। छत्तीसगढ़ में राजनैतिक पार्टियां आगामी नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं और सियासी बयानबाजी तेज भी तेज हो गई है। लोकसभा, विधानसभा और उपचुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। जिसको लेकर बुधवार को वन मंत्री केदार कश्यप ने पीसीसी चीफ दीपक बैज पर तीखा हमला करते हुए कहा कि, दीपक बैज निकाय चुनाव में हार का चौका लगाएंगे। इसके लिए उन्हें हार का चौका लगाने की अग्रिम बधाई।
उन्होंने आगे कहा कि, दीपक बैज के नेतृत्व में कांग्रेस ने तीन चुनाव हार चुकी है। हमारी शुभकामनाएं हैं कि वे हार का शतक भी बनाएं। दक्षिण विधानसभा में उन्होंने हार की हैट्रिक लगाई है। ऐसे में कांग्रेस के बड़े नेता अब उन्हें नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि, कांग्रेस पार्टी ने कभी भी आदिवासियों का सम्मान नहीं किया। उनके मुताबिक, कांग्रेस का रुख और चुनावी रणनीति लगातार हार का कारण बन रही है।
साल के अंत तक हो सकता है उपचुनाव
वर्तमान में छत्तीसगढ़ में कुल 184 नगरीय निकाय हैं, जिसमें 14 नगर निगम, 48 नगर पालिका परिषद और 122 नगर पंचायतें भी शामिल हैं। सभी राजनीतिक दल इस बार के नगरीय निकाय चुनाव में जीत के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं। कांग्रेस जो पिछली बार की हार से जूझ रही है, इस बार जीतने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। हालांकि, अभी तक नगरीय निकाय चुनाव की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि, इस साल के अंत तक चुनावों की तारीखों का ऐलान हो सकता है।
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उपचुनाव की तैयारियों में जुटी राजनैतिक पार्टियां
उपचुनाव की तैयारियों के बीच, सभी पार्टियां अपनी-अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में लगी हैं। कांग्रेस के लिए यह चुनाव एक नई चुनौती है, जबकि भाजपा और अन्य दल अपने मजबूत प्रदर्शन को बनाए रखने के लिए सक्रिय हैं। आगामी चुनाव परिणामों से छत्तीसगढ़ की राजनीति की दिशा तय हो सकती है।