यशवंत गंजीर-कुरुद। उस वक्त विश्व में जब भारत की छवि अंधविश्वासी, सांप- भालू पकड़ने और ताबीज़ बेचने वाले देश के रूप में थी। तब शिकागो में हुई धर्म संसद में भारत के युवा संन्यासी स्वामी विवेकानंद ने धर्म संस्कृति पर व्याख्यान देकर दुनिया को चमत्कृत करते हुए कहा कि, आप लाख भौतिक प्रगति कर लो... लेकिन अपने धर्म-संस्कृति पर गर्व नहीं करते तो आप मृतत्व के समान हैं। उक्त बातें विधायक अजय चंद्राकर ने युवा दिवस पर कही।
कुरुद के इंडोर स्टेडियम में वन्देमातरम परिवार द्वारा राष्ट्र नायक स्वामी विवेकानंद जयंती महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें विधायक अजय चन्द्राकर का गज माला से स्वागत कर नागरिक अभिनंदन किया गया साथ ही इस दिन को यादगार बनाने सांस्कृतिक कार्यक्रम लोकरंग अर्जुन्दा की प्रस्तुति हुई जिसका दर्शकों ने देर रात तक आनंद लिया।
मोदी के नेतृत्व वाला भारत अब सिर्फ मंदिर की बात नही करता
मुख्य अतिथि की आसंदी से विधायक श्री चन्द्राकर ने कहा कि मोदी के नेतृत्व वाला अमृतकाल का भारत सिर्फ मंदिर की ही बात नहीं करता, नया भारत चन्द्रमा के दक्षिण ध्रुव में कदम रखता है। 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय कर हमारा आदित्य 1 सूर्य को नमस्कार करता है। देश में 370 खत्म कर हम मेक इन इंडिया की दिशा में आगे बढ़ते हुए अपने पैरों में खड़े होने की बात भी करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि, भक्तिकाल में गोस्वामी तुलसीदास, कबीर, नानक, ज्ञानेश्वर जैसे संतों ने देश को एकता के सूत्र में पिरोए रखा था, उसी सोए भारत की धर्म संस्कृति को जागृत करने का काम स्वामी विवेकानंद ने किया था।
22 जनवरी को अयोध्या की तरह सजे नगर व क्षेत्र
अजय ने कहा कि, जो बीज तुलसीदास ने बोया और विवेकानंद ने फैलाया था उसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री मोदी अमृत काल में नये भारत का निर्माण कर रहे हैं। आजादी के दौर में जो महत्व 15 अगस्त 1947 का था, वही आज सनातन के लिए 22 जनवरी 2024 की है। इस दिन 500 साल बाद देशवासियों का सपना पूरा हो रहा है। इसलिए आप सभी 14 जनवरी से स्वच्छता को अपने जीवन में अपनाएं, अपने विरासत पर गर्व करते हुए 22 जनवरी को नगर एवं क्षेत्र अयोध्या की तरह सजे इस बात का ध्यान हमें रखना है।
चंद्राकर ने कुरूद को नई पहचान दिलाई : गोस्वामी
कार्यक्रम में अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता एलपी गोस्वामी ने विधायक चंद्राकर की तारीफ करते हुए कुरुद को नई पहचान दिलाने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। इस मौके पर आयोजक भानु चंद्राकर ने अपनी संस्था के सेवा कार्यों का उल्लेख किया। इस अवसर पर पूर्व नपं अध्यक्ष ज्योति चन्द्राकर, रविकान्त चन्द्राकर, पूर्व उपाध्यक्ष मोहन अग्रवाल, कुलेश्वर चन्द्राकर, मूलचंद सिन्हा, मालकराम साहु, टिकेश साहू, तुमेश्वरी ध्रुव, प्रभात बैस सहित बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे।