रायपुर। पं.रविशंकर शुक्ल विवि जो ना कर बैठे, वो थोड़ा है। ताजा मामला गणतंत्र दिवस समारोह का है। रविवि ने 26 जनवरी के कार्यक्रम के लिए एक निजी होटल से दोगुनी कीमत में लड्डू मंगवा लिए। चौंकाने वाली बात यह है कि, रविवि को बार के बूंदी के यह लड्डू इतने भा गए कि वह इसे मार्केट से दौगुने दाम पर खरीदने को तैयार हो गया। विवि प्रबंधन द्वारा जारी वर्क आर्डर के अनुसार, रविवि ने एमजी रोड स्थित एक रेखां से 26 जनवरी के लिए बूंदी के लड्डू ऑर्डर किए। एक बॉक्स में 50-50 ग्राम के 2 लड्डू अर्थात कुल 100 ग्राम लड्डू होने थे। इसके लिए 50 रुपए कीमत तय की गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस पर भी 18% जीएसटी अतिरिक्त लगाया गया। यह कीमत बाजार से लगभग दोगुनी है।
कम पड़ गए लड्डु
गणतंत्र दिवस समारोह में 1500 लोगों की उपस्थिति नहीं थी। इसके बाद भी लड्डू के बॉक्स कम पड़ गए थे। समारोह में शामिल छात्रों ने किसी-किसी पैकेट में सिर्फ एक ही लड्डू होने की बात कही। रविवि द्वारा इसके लिए किसी का रेट लिस्ट किसी फर्म या संस्थान से नहीं मंगाया गया। सीधे संबंधित होटल को ऑर्डर दे दिया गया। पिछले वर्ष गणतंत्र दिवस पर भी रविवि ने यहीं से लड्डू खरीदे थे। उस वक्त 80 रुपए तथा 18% जीएसटी अर्थात 98 रुपए की दर से 100 ग्राम लड्डू खरीदे गए। हालांकि उस वक्त बार के साथः रेस्त्रां का संचालन होता था, लेकिन रेस्त्रां पिछले वर्ष ही बंद हो चुका है और वर्कऑर्डर में दिए गए पते में सिर्फ बार का ही संचालन हो रहा है।
बार या होटल?
हरिभूमि की टीम जब रेस्त्रां कीमत जानने के लिए पहुंची तो यहां नजारा और ही रहा। जो पता रविवि द्वारा वर्क ऑर्डर में लिखा गया है, वहां जब टीम ने ग्राहक बनकर एक कार्यक्रम के लिए लड्डू के ऑर्डर देने की बात कही तो वहां मौजूद मैनेजर और बार टेंडर ने कहा कि उनका रेस्त्रां पिछले 3 महीने से बंद है। रेनोवेशन संबंधित कार्य के लिए इसे बंद किया गया है। आने वाले 2-3 महीनों तक इसे बंद ही रखा जाएगा। इस दौरान किसी तरह के ऑर्डर नहीं लिए जा रहे हैं। विशेष ऑर्डर पर लड्डू तैयार करने अथवा व्यवस्था करने से भी उन्होंने इनकार कर दिया। इसके अलावा उनके बंद हो चुके रेस्त्रां के मेन्यू में भी बूंदी के लड्डू का कोई जिक्र नहीं था।
जानकारी नहीं है
रविवि के जनसंपर्क अधिकारी प्रो. राजीव चौधरी ने बताया कि, इस संदर्भ में कोई जानकारी नहीं: है। विस्तृत ब्योरा लेकर ही कोई सूचना दे पाएंगे।