रायपुर। तेलीबांधा थाना क्षेत्र में शूट आउट की घटना को अंजाम देने के आरोप में हरियाणा, सिरसा से गिरफ्तार किए गए गैंगस्टर अमनदीप बाल्मीकि उर्फ अम्मू तथा उसके दो अन्य साथी लक्ष्मण दास बाजीगर, रवि कुमार सेन को पुलिस ने बुधवार को कोर्ट में पेश कर एक दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। तीनों आरोपी ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर लाए गए हैं। पुलिस ने इस मामले में अमनदीप के एक अन्य साथी चमन को पंजाब से गिरफ्तार किया है। पंजाब से गिरफ्तार बदमाश को पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर लेकर आ रही है।
गौरतलब है कि, तेलीबांधा के रिंग रोड में झारखंड से आए दो शूटरों ने पीआरए ग्रुप के दफ्तर के बाहर खड़ी कार में 13 जुलाई को शूट आउट की घटना को अंजाम दिया था। घटना को अंजाम देने वाले बदमाश तथा उनके साथियों की तलाश में पुलिस की आधा दर्जन से ज्यादा टीम झारखंड, पंजाब तथा हरियाणा में छापे की कार्रवाई कर रही है। छापे की कार्रवाई के दौरान मिले महत्वपूर्ण इनपुट के आधार पर पुलिस शूट आउट की घटना में शामिल मास्टर माइंड सहित सात बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी है। शूट आउट की घटना को अंजाम देने वाले अब तक पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं।
आठ सौ करोड़ रुपए से ज्यादा का कंस्ट्रक्शन
अमन साव के गैंग ने छत्तीसगढ़ के दो कारोबारी समूह, जिसमें आरकेटेसी तथा पीआरए ग्रुप से लेवी वसूलने की कोशिश की है। आरकेटेसी कारोबारी समूह का झारखंड में बड़ा कोल कारोबार है, जबकी पीआरए ग्रुप झारखंड में भारत माला परियोजना के तहत 810 करोड़ रुपए की लागत से सड़क निर्माण कर रहा है। इस बात को ध्यान में रखते हुए अमन साव के गैंग ने पीआरए ग्रुप से फिरौती की मांग की है। पुलिस को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक अमन साव का ग्रुप छत्तीसगढ़ के साथ झारखंड, पंजाब, हरियाणा तथा राजस्थान के कारोबारी जिनका काम झारखंड में चल रहा है। उन लोगों को टार्गेट कर लेवी वसूली करने का काम कर रहा है ।
दो चैनल के रास्ते पहुंचा अकाउंट में पैसा
पुलिस के अनुसार, पूर्व में झारखंड से गिरफ्तार बदमाश शाहिद ने चमन के अकाउंट में एक लाख रुपए ट्रांसफर किया था। इसके बाद चमन ने वह राशि शूटर के रायपुर पहुंचने के बाद एक शूटर के अकाउंट में ट्रांसफर की थी। पुलिस को इस बात की जानकारी शाहिद के बैंक अकाउंट की जांच करने के बाद मिली। इसके बाद पुलिस ने बैंक से जानकारी जुटाने के बाद चमन को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की।