रायपुर। तेलीबांधा शूट आउट मामले में पुलिस ने शूटरों के दो मददगारों को शनिवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल दाखिल किया है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने शूटरों के जिन दो मददगारों को गिरफ्तार किया है दोनों स्थानीय नहीं हैं। दोनों मददगार बाहर के हैं। इनमें एक पर शूटरों को पिस्टल उपलब्ध कराने तथा दूसरे पर बाइक उपलब्ध कराने का आरोप है। इधर, कारोबारी की कार पर फायरिंग करने वाले शूटर्स पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। बदमाशों को दबोचने पुलिस दिल्ली तथा हरियाणा से सटे सीमावर्ती राज्यों में छापे की कार्रवाई कर रही है।
गौरतलब है कि, एक सप्ताह पूर्व अमन साहू गैंग के दो अज्ञात बदमाशों ने तेलीबांधा थाना क्षेत्र के रिंग रोड में दहशत फैलाने के उद्देश्य से कारोबारी की कार पर फायरिंग की घटना को अंजाम दिया और फरार हो गए थे। पुलिस विवेचना में यह बात सामने आई थी कि शूटरों ने झारखंड, रांची से चोरी की बाइक से घटना को अंजाम दिया था। गैंग के अपराध करने के पैटर्न को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने आशंका जताई थी कि शूटरों ने जिस चोरी की बाइक से घटना को अंजाम दिया है, उस बाइक को चोरी करने वाला कोई और होगा। इसके बाद स्थानीय पुलिस ने झारखंड पुलिस की मदद से बाइक चोरी करने वाले के बारे में जानकारी एकत्रित कर उसे गिरफ्तार किया। साथ ही बदमाशों को पिस्टल उपलब्ध कराने वाले बदमाश के बारे में जानकारी एकत्रित कर उसे भी गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की।
चार राज्यों में पुलिस कर रही छापेमारी
पुलिस को आशंका है कि, बदमाश शूट आउट की घटना को अंजाम देने के बाद झारखंड, राजस्थान, दिल्ली, उत्तरप्रदेश में छिपे हो सकते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए पुलिस की अलग-अलग टीम इन चार राज्यों में छापे की कार्रवाई कर रही है। शूटरों के बारे में पुलिस को और किसी तरह से इनपुट अब तक नहीं मिले हैं।
मददगारों से कोई जानकारी नहीं मिल पाई
पुलिस ने शूटरों के जिन दो मददगारों को गिरफ्तार किया है, उनसे पूछताछ में पुलिस को कोई विशेष कामयाबी नहीं मिल पाई है। बाइक चोरी करने वाले ने पुलिस को बताया है कि उसने जो बाइक चोरी की थी, उसे उसने किसी अन्य आदमी को बेचा था। अन्य आदमी के माध्यम से शूटरों तक चोरी की बाइक पहुंची है। इसी तरह से पिस्टल उपलब्ध कराने वाले ने पुलिस को किसी तीसरे आदमी के माध्यम से शूटरों तक पिस्टल पहुंचाए जाने की जानकारी दी है।