रायपुर। लगातार आने वाले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से इस बार राज्य में ठंड का प्रभाव अधिक दिनों तक असर नहीं दिखा पाया। फरवरी भी कुछ इसी तरह से बीतने के आसार हैं और अंत से गर्मी के तेवर महसूस होने लगेंगे, जिसका असर अधिक दिनों तक रहने की संभावना है। होने वाले आसमानी व्यवधान की वजह से राज्य में फरवरी में बारिश की अधिक गतिविधि होने के आसार हैं। मौसम विभाग दिल्ली द्वारा फरवरी को लेकर पूर्वानुमान जारी किया गया है। इसमें अलनीनो का प्रभाव कमजोर होने की स्थिति में मौसम में ज्यादा बदलाव होने के आसार नहीं हैं।
हालांकि लगातार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से इस माह बादल छाने और बारिश की गतिविधि अधिक रहने का अनुमान है। मौसम विशेषज्ञों का प्रारंभिक अनुमान है कि इस बार राज्य में ठंड की अवधि अधिक समय तक नहीं रही और उत्तरी इलाकों में सीमित दिनों तक कड़ाके की ठंड का असर रहा, मगर गर्मी का असर अधिक दिनों तक रहने की संभावना बन रही है। माना जा रहा है कि फरवरी के अंतिम दिनों से सूरज का पारा चढ़ने लगेगा और मार्च, अप्रैल, मई में इसका प्रकोप बना रहेगा।
न्यूनतम पारा 4.5 डिग्री तक
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक बीते जनवरी में अंबिकापुर का सबसे कम तापमान 4.5 डिग्री तक पहुंचा। वहीं राज्य का अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री जगदलपुर का दर्ज किया गया। लगातार छाने वाले बादल की वजह से रायपुर का पारा 12.6 डिग्री से नीचे नहीं उतर पाया और पिछले नौ साल में सबसे गर्म जवनरी का महीना दर्ज हुआ। रायपुर का अधिकतम तापमान 30.7 डिग्री तक पहुंचा। यहां तीन दिन में 7.9 मिमी. बारिश दर्ज की गई।
गर्म हवा से छाए बादल
बुधवार को पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में रायपुर समेत राज्य के अधिकतर शहरों में बादल आ गए। इसकी वजह से अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट हुई है। इसके साथ ही बिलासपुर, रायपुर तथा दुर्ग संभाग से लगे कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी हुई, जो मौसम विभाग के रिकार्ड में दर्ज नहीं हो सकी। बंगाल की खाड़ी से नमीयुक्त गर्म हवा आने के कारण उत्तरी हिस्से में बूंदाबांदी होने की संभावना बनी हुई है। एक फरवरी के बाद अगले दो दिनों तक रात के तापमान में मामूली गिरावट आने आने के आसार हैं।