रायपुर। राजधानी रायपुर की रेत खदानों में अवैध उत्खनन करने वाले रेत माफिया के गुर्गों का आतंक बढ़ता जा रहा है। आरंग क्षेत्र के हरदीडीह खदान में अवैध उत्खनन की मिली शिकायत के बाद खनिज विभाग की टीम मंगलवार रात कार्रवाई करने पहुंची थी। इस कार्रवाई के दौरान विभाग की टीम पर करीब 3-4 दर्जन नकाबपोश लोगों ने लाठी-डंडे से हमला कर दिया। हमले के दौरान विभाग की गाड़ी में तोड़फोड़ करते हुए उसके ड्राइवर को पीटा गया है। नकाबपोशों के इस हमले के डर से टीम को कार्रवाई आधे में छोड़कर अपनी जान बचाकर वहां से लौटना पड़ा। इधर घटना के बाद खनिज विभाग के साथ जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में नकाबपोशों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, खनिज मुख्यालय रायपुर से 10-12 अधिकारी- कर्मचारियों की टीम 6 फरवरी की रात करीब 10 बजे हरदीडीह खदान पहुंची थी। टीम में शामिल अधिकारी खदान का निरीक्षण करते हुए घाट में उतरे हुए थे, वहीं ड्राइवर सहित कुछ कर्मचारी घाट के ऊपर खड़े थे। टीम जब मौके पर पहुंची, तो घाट के ऊपर दो चेनमाउंटन मशीन खड़ी पाई गई। इससे पहले कि घाट में उतरे विभाग के अधिकारी ऊपर आकर कार्रवाई करते करीब 40-50 लोग मुंह में कपड़ा बांधकर वहां पहुंचे और घाट के ऊपर खड़ी सरकारी गाड़ी में तोड़फोड़ करते हुए उसके ड्राइवर की लाठी-डंडे से मारपीट की। नकाबपोश घाट में नीचे उतरे अधिकारियों को भी मारने की धमकी देने लगे।
आधे घंटे तक नकाबपोशों के बंधक में रहे अधिकारी-कर्मचारी
इस घटना के दौरान खनिज विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी करीब आधे घंटे तक नकाबपोशों के बंधक में भी रहे। टीम ने घाट के ऊपर खड़ी दो चेनमाउंटन मशीन को सील किया था। नकाबपोशों ने अधिकारियों को तब तक घेराबंदी कर बंधक बनाए रखा, जब तक सील खोलकर मशीनों को छोड़ा नहीं गया। इस दौरान अधिकारी- कर्मचारी नकाबपोशों के बंधक बने रहे।
थाने में एफआईआर दर्ज
इस घटना के बाद आरंग क्षेत्र के एसडीएम सहित पुलिस के कई अधिकारी आरंग थाना पहुंचे थे। सूत्रों के अनुसार इस मामले में पहले एफआईआर दर्ज नहीं करने के लिए दबाव बनाया जा रहा था, लेकिन खनिज विभाग के अधिकारियों के विरोध के बाद हमला करने वाले कुछ लोगों की पहचान के आधार पर उनके विरुद्ध नामजद एफआईआर दर्ज की गई है।
हरदीडीह रेत उत्खनन
खनिज विभाग के उप संचालक केके गोलघाटे ने बताया कि, खदान में अवैध की शिकायत मिली थी। इस शिकायत पर विभागीय टीम कार्रवाई करने गई थी, जहां कई लोगों ने टीम पर हमला कर दिया। मारपीट में ड्राइवर घायल हुआ है। मामले में थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई है।
इन अधिकारियों को बनाया बंधक
जिला खनिज कार्यालय के सुपरवाइजर अवध साहू, रघुनाथ भारद्वाज एवं सुरक्षाकर्मी जितेंद्र केशरवानी, राजू बर्मन, प्रेससिंह कुरें, रामकुमार वर्मा, चालक छबिलाल साहू चालक दिनेश तिवारी एवं संचालनालय केंद्रीय उड़नदस्ता अधिकारी कुमार मंडावी एवं सहयोगी प्रशिक्षु खनि. अधिकारी दीपक आनंद साहू, भूषण कुमार पटेल, चिरंजीव कुमार जांगड़े, दयानंद तिग्गा, शिखर चेरपा, इंद्रलाल राजवाड़े एवं छबिलेश्वर मौर्य एवं खनिज सिपाही प्रह्लाद बिसेन एवं अखिलेश देवांगन शामिल हैं।