छन्नू खंडेलवाल-धरसींवा। छत्तीसगढ़ के धरसींवा तहसील के अंतर्गत उप तहसील सारागांव में एक नायब तहसीलदार की स्वीकृत है। लेकिन यहां दो दो नायब तहसीलदारों के नियुक्ति होने शिकवा शिकायतों के बाद ठंडे बस्ते में चला गया है। रायपुर एसडीएम ने अपने बयान में कहा था कि, चुनाव को देखते हुए नायब तहसीलदार अमन चतुर्वेदी को रायपुर कार्यालय में रिलीव नहीं किया गया है।
अब निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव रिजल्ट आने के बाद आचार संहिता हटा दी गई है। उसके बाद भी एसडीएम द्वारा अभी तक इस मामले में कार्यवाही नहीं की जा रही है। जबकि रायपुर आयुक्त से शिकायत के बाद आयुक्त ने कलेक्टर को ज्ञापन जारी कार्यवाही करने का निर्देश दिया था। अब अधिकारी इस पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।
यह है पूरा मामला
लोकसभा चुनाव के आचार संहिता लगने से पहले तहसीलदार तथा नायब तहसीलदारों की स्थानांतरण किया गया। इसी के चलते सारागांव उप तहसील कार्यालय में 7 फरवरी को कार्यालय कलेक्टर वित्त शाखा अपर कलेक्टर आदेश जारी करते हुए सारागांव के नायब तहसीलदार अमन चतुर्वेदी को रायपुर तहसील कार्यालय में भेजा गया। संलग्न जिला निर्वाचन कार्यालय से राजेंद्र चंद्राकर को नायब तहसीलदार के रूप में सारागांव में स्थानांतरण किया गया था। नायब तहसीलदार राजेंद्र चंद्राकर सारागांव में पद ग्रहण कर लिया था। लेकिन रायपुर तहसील में अमन चतुर्वेदी रिलीव नहीं किया। जबकि रायपुर एसडीएम ने कलेक्टर के आदेश का पालन नहीं किया उल्टे रायपुर ने एसडीएम 16 मार्च को दोनों नायब तहसीलदारों के बीच में कार्य विभाजन करने करने का आदेश जारी कर दिया था। रायपुर एसडीएम ने नायब तहसीलदार अमन चतुर्वेदी को आठ हल्का दिया गया है। वही राजेंद्र चंद्राकर को तीन हल्का दिया गया है।
आदेश आने तक दोनों रहेंगे पदस्थ
इस पूरे मामले को लेकर रायपुर एसडीएम नंदकुमार चौबे का कहना है कि, जब तक ऊपर से आदेश नहीं मिल जाता तब तक दोनों नायब तहसीलदार सारागांव उप तहसील कार्यालय में पदस्थ रहेंगे।