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आंबेडकर अस्पताल की सुरक्षा कर्मियों की नाक के नीचे से शातिर मां-बेटी प्रसूति वार्ड नंबर छह से बच्चा चोरी कर ले जाने में कामयाब रहीं।

रायपुर। आंबेडकर अस्पताल में बच्चा चोरी की घटना ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। अस्पताल की सुरक्षा चार लेयर में की गई है। बावजूद इसके सुरक्षा कर्मियों की नाक के नीचे से शातिर मां-बेटी प्रसूति वार्ड नंबर छह से बच्चा चोरी कर ले जाने में कामयाब रहीं। बच्चा चोरी की घटना के बाद अस्पताल के सुरक्षाकर्मी बच्चे की पतासाजी करने के बजाय बच्चे की मां, उसकी दादी तथा बुआ की गलती निकाल कर अपनी जिम्मेदारी से बचते नजर आए।

अस्पताल से बच्चा चोरी की घटना को कोतवाली सीएसपी योगेश साहू ने गंभीर लापरवाही मानते हुए अस्पताल का सुरक्षा आडिट करने की बात कही। बच्चा चोरी का जो सीसीटीवी फूटेज सामने आया है, वह कई सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल करने के बाद मिला है। आंबेडकर अस्पताल में लगे ज्यादातर सीसीटीवी कैमरे खराब हैं। इस वजह से पुलिस को सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल करने में परेशानी का सामना करना पड़ा।

चंद मिनट की देर होती तो छूट जाती ट्रेन

नवजात को रिकवर करने में पुलिस अगर रेलवे स्टेशन पहुंचने में थोड़ी सी देर करती, तो आरोपी पुलिस को चकमा देकर आसानी से फरार हो सकते थीं। पुलिस के पास बच्चा चोरी करने वाली महिलाओं के हुलिया तथा उनके पहनावा के अलावा कोई जानकारी नहीं थी। पुलिस जब रेलवे स्टेशन पहुंची, उसी समय बिलासपुर जाने एक ट्रेन प्लेटफार्म नंबर पांच पर पहुंची। पुलिस रेलवे स्टेशन के गेट नंबर तीन के रास्ते प्लेटफार्म नंबर तीन पर पहुंची और बच्चा चोरी करने वाली महिलाओं को मौके से गिरफ्तार करने में कामयाब रही।

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प्रसूति वार्ड में कई महिलाओं के संपर्क में थे

प्रसूति वार्ड में भर्ती महिलाओं के परिजनों के अनुसार,  बच्चा चोरी कर ले जाने वाली महिलाएं प्रसूति वार्ड में कई महिलाओं के संपर्क में थीं। भर्ती महिलाओं के परिजनों के अनुसार बच्चा चोरी के आरोप में पकड़ी गई महिलाएं प्रसूति वार्ड में जिन महिलाओं का बच्चा हुआ है, उनसे जाकर दोनों बच्चों के बारे में पूछती थीं। साथ ही पता लगाती थीं कि उनका बच्चा लड़का है या लड़की। 

चोरी करने लड़के की तलाश

रानी तथा उसकी बेटी ने जो बच्चा चोरी किया है, वह लड़का है। प्रसुति वार्ड में जिन महिलाओं ने दो दिन में जो बच्चे जन्म दिए हैं, उनके लिंग के बारे में जानकारी हासिल करने से साबित होता है कि बच्चा चोरी करने वालीं लड़के की तलाश में थीं। नव प्रसूता के साथ उनकी ननद तथा सास थी। इस वजह से रानी तथा उसकी बेटी को नीता का बच्चा आसान टार्गेट लगा और मौका पाकर बच्चे को चोरी कर साथ ले गए।

जान-पहचान बढ़ाने ऐसे झांसे में लिया

बच्चे की मां, उसकी ननद तथा सास ने पुलिस को बताया है कि रानी उनके पास पहुंची और अपनी बहू का बड़ा ऑपरेशन और शिशु के मृत होने का झांसा देकर सहानुभूति बटोरी। इस पर नीता की सास तथा ननद ने रानी को दिलासा देते हुए दोनों मां-बेटी को खाना खिलाने के साथ अपने पास रखे फल खाने के लिए दिए।

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प्रयागराज में बेटी के बच्चे को बेचे जाने की खबर

बच्चा चोरी करने के आरोप में पुलिस ने जिन दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है, उनमें रानी नाम की महिला पर आरोप है कि उसने अपनी बेटी के एक बच्चे को उत्तर प्रदेश, प्रयागराज में बेचा है। पुलिस इस संबंध में पतासाजी करने की बात कह रही है। रानी की बेटी पायल की एक तीन-चार साल की बेटी है।

पहचान बढ़ाने के बाद की बच्चे की चोरी

नवजात की बुआ गायत्री ने पुलिस को बताया कि,  तीन जनवरी को उसकी भाभी नीता की डिलीवरी हुई। इसके बाद रानी तथा उसकी बेटी उन्हें बधाई देते हुए जान पहचान बढ़ाते हुए उनके साथ घुल मिल गईं। रानी तथा पायल ने बच्चे को अपनी गोद में लेकर खिलाने के साथ दूध पिलाने का भी काम किया। गायत्री के अनुसार दो दिन की जान पहचान के बाद मौका देख कर शनिवार को दोनों मां-बेटी उन्हें चकमा देकर मां की गोद से बच्चा चोरी कर ले गईं।

उलझाने के बाद बच्चा चोरी कर ले गए

बच्चा चोरी करने पायल तथा रानी ने नीता की सास को आंबेडकर अस्पताल की ऊपरी मंजिल में किसी के बुलाए जाने की बात कह कर वार्ड से चलता कर दिया। इसी बीच गायत्री फ्रेश होने के लिए वाशरूम गई। इसका फायदा उठाते हुए पायल तथा रानी ने नीता से उसकी गोद में रखे बच्चे को खिलाने के बहाने उठा लिया। इसके बाद दोनों मां- बेटी टहलते हुए बच्चे को अपने साथ लेकर फरार हो गई। काफी देर तक बच्चे के वापस नहीं आने पर नीता ने अपनी सास तथा ननद को इसके बारे में जानकारी दी, तब बच्चा चोरी होने का खुलासा हुआ।


 

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