दामिनी बंजारे -रायपुर। एक तरीका होता है जो काम मिला है उसे निपटाना और समय व्यतीत करना। दूसरा तरीका होता खुद को बदलाव का माध्यम बना लेना। ऐसा ही बदलाव रायपुर से 40 किलोमीटर दूर तिल्दा के पास गांव सरोरा में हुआ है। दो शिक्षकों ने तय किया कि 300 विद्यार्थियों के आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए अंग्रेजी सिखाई जाए। दो शिक्षक 6 वीं से 8वीं तक की कक्षाओं के 300 बच्चों को न सिर्फ पढ़ा रहे हैं बल्कि इतना काबिल बना दिया है कि, सोशल मीडिया पर इन बच्चों के वीडियोज लाखों लोग देख रहे हैं।
गांव के ये बच्चे जितनी आसानी से छत्तीसगढ़ी बोलते हैं, बिलकुल उतनी ही आसानी से अंग्रेजी भी बोलने लगे हैं। गांव का नाम है सरोरा। सालभर पहले इस स्कूल में कोई शिक्षक नहीं था, तब हाईस्कूल के शिक्षक कभी-कभी खाली पीरियड में इनको एक्टिविटीज के माध्यम से कुछ पढ़ा दिया करते थे। इन एक्टिविटीज ने सरोरा मिडिल स्कूल के इन बच्चों के दिमाग पर गहरा असर डाला। उनकी रुचि इन एक्टिविटीज के चलते पढ़ाई में इस कदर बढ़ी कि अब लगता ही नहीं कि कुछ महीने पहले ही इन्हें महज दो शिक्षक मिले हैं।
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मातृभाषा का प्रयोग करना रंग लाया
सरकारी स्कूल का नाम सुनते ही जो इमेज आपके दिमाग में आती है, वो छत्तीसगढ़ आकर बदल सकती है। यहां के गवर्नमेंट इंग्लिश स्कूल प्राइवेट स्कूलों से बेहतर हैं। इसके पीछे की वजह है इस सरकारी स्कूल के शिक्षकों की कड़ी मेहनत । इस स्कूल के शिक्षक विनोद कुमार कहते है कि, बच्चों के अंदर उन्होंने मातृभाषा का प्रयोग किया। इसका फायदा उन्हें मिला। वे कहते हैं कि बच्चे रोजाना घर में अपनी मातृभाषा छत्तीसगढ़ी में बात करते हैं। यही कारण है कि, उन्हें अंग्रेजी सिखाने के लिए छत्तीसगढ़ी से अंग्रेजी प्रैक्टिस में लाई गई। अब वे स्कूल में फर्राटे से अंग्रेजी में बात करते हैं।
खेल-खेल में बोल रहे अंग्रेजी
इन बच्चों के अंदर से अंग्रेजी भाषा के डर को दूर करने ले लिए इन्हें इसकी क्षेत्रीय बोली छत्तीसगढ़ी से अंग्रेजी का ज्ञान दिया जा रहा हैं, जहां बच्चे अब रोज के दिनचर्या में किए जाने वाले काम को अंग्रजी में बोलना सीख रहें हैं, यादि उनके पिता किसान हैं तो किस प्रकार से उनके पिता जी बात करते हैं, उसको वह एक छत्तीसगढ़ी में तो दूसरी अंग्रेजी में बोल रही हैं, वहीं इनके टीचर के द्वारा बनाए गए कई वीडियो अब सोशल मीडिया में भी खूब वायरल हो रहे हैं. जिनमें स्कूल की छात्राएं खेल खेल में छत्तीसगढ़ी से अंग्रेजी में बात कर रही हैं।
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शिक्षकों ने हमारे लिए अंग्रेजी को आसान बनाया
स्कूल के बच्चे कहते है कि पहले उन्हें अंग्रेजी बोलने में काफी झिझक होती थी। वे कहते है कि बोलना तो छोड़िए उन्हें अंग्रेजी समझ भी नहीं आती थी। लेकिन स्कूल के शिक्षकों ने अब उनकी इस तकलीफ को दूर कर दिया है और वे अब छत्तीसगढ़ी से अंग्रेजी में आसानी से बात करते है।
सोशल मीडिया में वीडियो वायरल
इस स्कूल के शिक्षकों ने बच्चों के कई वीडियो सोशल मीडिया में पोस्ट किए हैं। बच्चों के ये विडियोज देखकर लोग काफी हैरान हो रहे है और उन्हें ये वीडियोज काफी पसंद आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ी से अंग्रेजी में बनाए गए इनके कई वीडियो को कई लाख लोगों ने देखा है, साथ ही सोशल मीडिया में भी इन वीडियो को काफी ज्यादा सराहा जा रहा है।