संतोष कश्यप- अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी में चल रही ऑपरेशन घर वापसी का पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने खुलकर विरोध किया है। लगता है कि वे अभी भी बृहस्पति सिंह का खुद के खिलाफ विद्रोह भूले नहीं हैं।
इस संबंध में उनसे पूछा गया तो श्री सिंहदेव ने खुलकर कहा कि, वे समय से पहले बागियों की वापसी के पक्ष में नहीं है। उन्होंने कहा कि, मैं इसका पक्षधर कभी नहीं रहा कि, बाहर से आने वालों को कंधे पर या सिर पर बैठा लिया जाए। राजनीति में वन प्लस वन कभी नहीं होता। टीएस सिंहदेव ने कहा कि, अजीत जोगी और पूर्व सीएम रमन सिंह का अंदरूनी तालमेल था। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने कांग्रेस में वापसी के लिए मिल रहे आवेदनों की समीक्षा के लिए कमेटी बनाई है। यह भी चर्चा है कि जेसीसी का विलय कांग्रेस में करने के प्रयास किए जा रहे हैं। बागियों ने कांग्रेस में वापसी के लिए माफी भी मांग ली है। जेसीसी के प्रमुख नेता अमित जोगी और रेणु जोगी ने कांग्रेस के प्रमुख नेताओं से मुलाकात भी की है।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में निकाले गए और पार्टी छोड़कर निकल गए लोगों की वापसी का अभियान चलने वाला है। लेकिन पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव की इस बारे में राय अलग है. @TS_SinghDeo #Chhattisgarh @INCChhattisgarh @SurgujaDist pic.twitter.com/QfK1Tlbyge
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) December 20, 2024
सोच-समझकर लिया जाए वापस : सिंहदेव
टीएस सिंहदेव ने कहा कि, वापसी एक अलग बात है। उन्हें स्थान क्या दिया जाए यह अलग बात है। सोच समझकर वापसी होनी चाहिए। जिस क्षेत्र के वे हैं, वहां के नेताओं की सहमति होनी चाहिए। सहमति नहीं है, तो राजनीति में वन प्लस वन नहीं होता। माइनस भी हो जाता है। यदि उन्हें जोड़ा जाता है, तो जो पुराने काम कर रहे हैं, उनके आगे न रखा जाए।