छन्नू खंडेलवाल/मांढर- धरसींवा तहसील के पास उप तहसील सारागांव में इन दिनों दो नायब तहसीलदार की नियुक्ति पर क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। लेकिन एक साल पहले लोगों की मांग पर राज्य सरकार ने सारागांव में उप तहसील कार्यालय खोला गया। इस नवीन तहसील कार्यालय में अमन चतुर्वेदी को नायब तहसीलदार के रूप में नियुक्ति किया गया है।

बता दें, लोकसभा चुनाव को देखते हुए तहसीलदार और नायब तहसीलदारों का तबादला किया गया है। ताकि निष्पक्ष रूप से चुनाव हो सके। इसी के चलते सारागांव उप तहसील कार्यालय में भी आचार संहिता लगने के पहले 7 फरवरी को कार्यालय कलेक्टर वित्त शाखा अपर कलेक्टर ने आदेश जारी करते हुए सारागांव के नायब तहसीलदार अमन चतुर्वेदी को रायपुर तहसील कार्यालय में भेजा गया। 

आदेश का पालन नहीं किया जा रहा 

जैसे ही राजेंद्र प्रसाद चंद्राकर की नायब तहसीलदार के रूप में नियुक्ति हुई, वैसे ही क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है। हालांकि नायब तहसीलदार राजेंद्र कुमार सारागांव में पद ग्रहण कर लिया है। लेकिन अमन चतुर्वेदी को रिलीव नहीं किया गया है। अब दो महीना बीतने को है। अभी तक कलेक्टर के आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते इस छोटे से क्षेत्र में दो नायब तहसीलदार हैं। 

निरस्त कराए बिना कर दिया कार्य विभाजन

अफसरशाही के दबाव के चलते 2 महीने बाद भी नायब तहसीलदार अमन चतुर्वेदी को रायपुर तहसील कार्यालय में रिलीव नहीं किया गया है। स्थानांतरण आदेश को निरस्त कराए बगैर 16 मार्च को रायपुर एसडीएम ने दोनों  नायब तहसीलदारों के बीच में कार्य विभाजन करने का आदेश जारी कर दिया। जिसमें अमन चतुर्वेदी को आठ हल्का दिया गया है। वहीं राजेंद्र कुमार चंद्राकर को तीन हल्का दिया गया है। जबकि राजेंद्र कुमार चंद्राकर धरसींवा तहसील कार्यालय में नायब तहसीलदार के रूप में कार्य कर चुके हैं। जबकि उप तहसील सारागांव में एक ही नायब तहसीलदार की जरूरत है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी से शिकायत 

अधिवक्ता मनहरण वर्मा ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। सारागांव से नायब तहसीलदार को तत्काल हटाने की मांग की गई है। शिकायत में बताया गया कि, उप तहसील सारागांव में पदस्थ नायब तहसीलदार अमन चतुर्वेदी किसी राजनीतिक दल को फायदा पहुंचाने के लिए या किसी अन्य को लाभ पहुंचाने के लिए अपने जगह पर पदभार ग्रहण नहीं कर रहे हैं। उन्होंने निर्वाचन अधिकारी को आचार संहिता का हवाला देते हुए जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है ।

एसडीएम ने क्या कहा 

एसडीएम नंद कुमार चौबे कहना है कि, चुनाव को देखते हुए रिलीव नहीं किया गया है। फिलहाल उप तहसील कार्यालय सारागांव में नायब तहसीलदार के पद पर हैं। इसी के चलते दोनों नायब तहसीलदारों के बीच में कार्य विभाजन कर कार्यभार सौंपा गया है।