डीपी पंड्रो-मोहला। छत्तीसगढ़ के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में पुलिस ने नक्सलवाद के उन्मूलन के लिए चलाए जा रहे अभियान कार्यवाही में पुलिस महानिरीक्षक राजनांदगांव राहुल भगत (भापुसे) के निर्देशन, पुलिस अधीक्षक रत्ना सिंह (भापुसे) के मार्गदर्शन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन प्रशांत कतलम के नेतृत्व में एक अनूठी पहल की शुरुआत की है।

दरअसल, जिस तरह से नक्सली आतंक फैलाने के लिए पर्चा फेंकते हैं ठीक उसी तरह पुलिस ने नक्सलियों को आतंक का रास्ता छोड़कर राष्ट्र और समाज की मुख्यधारा से जुड़ने के लिए प्रेरित करते हुए नामजद पर्चा जारी किया है। इसमें नक्सली लोकेश सलामे, हिड़मे, दिलीप, रूपेश, राजेन्द्र के नाम से जारी पत्र में उन्हें आतंक का रास्ता और जंगलों में भटकना छोड़ छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाए जा रहे आत्मसमर्पण नीति के अंतर्गत दिए जा रहे नौकरी, ईनाम, पुर्नवास योजना और अन्य सुविधाओं का लाभ उठाकर राष्ट्र की मुख्यधारा से जुड़ने का आह्वान किया गया है।

पुलिस ने जारी किया पर्चा

नक्सलियों से की गई भावनात्मक अपील 

इसके अलावा भावनात्मक रूप से अपने घर, परिवार समाज, नक्सलियों के द्वारा प्रताड़ित विधवा माता-बहनों, अबोध बच्चों के भविष्य के बारे में सोचने की अपील की है।

जगह-जगह लगाए गए हैं पर्चे

पुलिस द्वारा जारी खुला पत्र नक्सल प्रभावित थाना मदनवाड़ा, मानपुर, खड़गाव, सीतागाव, कोहका और औंधी अंतर्गत ग्रामों के चौक चौराहों, आसपास सदृश्य स्थानों पर चिपकाया गया है और लोगों को वितरित किया गया है। इस संदर्भ में पुलिस ने छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण नीति के तहत नक्सलियों को गोपनीय रूप से आत्मसमर्पण करने के लिए जिला पुलिस के अधिकारियों का मोबाइल नंबर भी पर्चे के माध्यम से प्रसारित किया हैl