रायपुर। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में एसआई भर्ती परीक्षा में धांधली का आरोप लगाते हुए युवाओं ने रविवार को नेताजी सुभाष स्टेडियम से रैली निकालकर आंबेडकर चौक में प्रदर्शन करते हुए एसएसपी कार्यलय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों के युवाओं ने बिलासपुर में भी रैली का आयोजन किया।
प्रदर्शन कर रैली निकालने वाले युवाओं के मुताबिक हाईकोर्ट ने भी भर्ती परीक्षा में धांधली को स्वीकार किया है। इस लिहाज से राज्य सरकार को पूरे मामले की जांच करने के आदेश देने के साथ परीक्षा रद्द करने का आदेश देना चाहिए। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 में 655 पदों की भर्ती के लिए वैकेंसी निकाली गई थी, लेकिन एसआई भर्ती का मामला अटक गया। इसके बाद मामला हाईकोर्ट पहुंचा। हाईकोर्ट ने अक्टूबर में फैसला सुनाया कि राज्य सरकार चुनाव आयोग की अनुमति लेकर एसआई भर्ती परीक्षा आयोजित करे, तब छात्रों को 10 दिन का समय देते हुए व्यापम ने छात्रों का प्री-एग्जाम टेस्ट लिया।
इसलिए गड़बड़ी का आरोप
परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों के मुताबिक, उन्हें परीक्षा परिणाम का रिजल्ट लिफाफे में सौंपा गया। रिजल्ट देने के बाद आनन-फानन में 15 दिन में फिजिकल टेस्ट लिया गया। वर्ष 2018 तथा वर्ष 2023 की परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के मुताबिक वर्ष 2018 में जब परीक्षा आयोजित की गई, तब प्रतियोगी कम थे। अब परीक्षा आयोजित की गई, उसमें काम्पीटिटर बढ़ गए, साथ ही पदों की संख्या में जितना इजाफा होना चाहिए, वह नहीं किया गया। परीक्षार्थियों के अनुसार वर्ष 2018 में जब भर्ती परीक्षा निकली थी, तब एक ही दिन में परीक्षा होने के साथ फिजिकल टेस्ट लिया गया। छात्रों ने उसी तर्ज पर परीक्षा आयोजित करने की मांग करते हुए वर्ष 2018 में शामिल परीक्षार्थियों को परीक्षा में रियायत दिलाने की मांग की है।