Delhi Politics: आम आदमी पार्टी ने अगले साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में कुल 20 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। जिसमें कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। मनीष सिसोदिया को इस बार पटपड़गंज से टिकट नहीं दिया गया है, जबकि वह इस सीट से तीन बार आप के विधायक चुनकर आए हैं। इसके बावजूद भी आप ने पटपड़गंज की सीट हाल ही में पार्टी में शामिल हुए अवध ओझा को दी है। वहीं सिसोदिया को इस बार जंगपुरा से टिकट दिया गया है।

सिसोदिया की सीट क्यों बदलनी पड़ी?

जब मनीष सिसोदिया तीन बार पटपड़गंज की सीट से विधायक रह चुके हैं, तो बड़ा सवाल ये उठता है कि उनकी सीट क्यों बदली गई। सूत्रों की मानें, तो पार्टी के इंटरनल सर्वे में इसका खुलासा हो गया है। सर्वे के अनुसार, इस सीट से मनीष सिसोदिया का चुनावी मैदान में उतरना ठीक नहीं है क्योंकि कथित नई शराब नीति मामले में वह करीब डेढ़ साल तक जेल में रहे, जिसकी वजह से वह अपनी विधानसभा के लोगों से सही तरीके से जुड़ नहीं पाए हैं। सर्वे के मुताबिक, पार्टी को पटपड़गंज की सीट मनीष सिसोदिया के लिए सेफ नहीं लगी।

ये भी पढ़ें: आम आदमी पार्टी में बढ़ रही नाराजगी, तिमारपुर से दिलीप पांडेय का टिकट कटने पर विरोध

पिछली बार केवल 35,00 वोटों से जीते

मनीष सिसोदिया की सीट बदलने का एक और कारण जीत का मार्जिन भी है, जहां उन्होंने पटपड़गंज की सीट से वह दो बार अच्छे मार्जिन से जीत दर्ज की, लेकिन पिछली बार वह केवल 3500 वोटों के मार्जिन से ही जीत पाए थे। वहां पर बीजेपी उम्मीदवार रविंद्र सिंह नेगी ने उन्हें कांटे की टक्कर दी थी। सिसोदिया ने इस सीट से 2013, 2015 और 2020 में जीत हासिल की है।

जंगपुरा की सीट मनीष सिसोदिया के लिए सेफ?

काफी समय तक भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद रहने के कारण इस बार चुनाव में जीत हासिल करना मनीष सिसोदिया के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। इस विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है, जिसके कारण उन्हें जंगपुरा सीट से टिकट दिया गया। इस सीट पर पार्टी की मजबूत पकड़ है। जानकारी के लिए बता दें कि इस सीट से विधायक प्रवीण कुमार को पार्टी ने जनकपुरी से उम्मीदवार बनाया है। 

ये भी पढ़ें: 'चाय पर चर्चा' नहीं 'लिट्टी चोखा पर चर्चा' करेगी BJP, पूर्वांचली वोटर्स के जरिए दिल्ली चुनाव जीतने का प्लान