Delhi News: दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष व पूर्व महापौर राजा इकबाल सिंह ने शुक्रवार को निगम मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर आम आदमी पार्टी (AAP) द्वारा दिल्ली नगर निगम के प्रेस एवं सूचना निदेशालय को बंद कर निजी एजेंसी रखने के संबंध में आरोप लगाए।
उन्होंने बताया कि आप अपनी छवि चमकाने के लिए एक निजी एजेंसी रखने की तैयारी कर रही है जिस पर 10 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने निगम चुनाव जीतने के लिए जनता के सामने 10 गारंटी रखी थी, जिसमें से एक निगम के संविदा कर्मियों को पक्का कर ठेकेदारी प्रथा को खत्म करने की थी। मगर अब यह देखने में आ रहा है कि आम आप निगम के प्रेस एवं सूचना निदेशालय जैसे महत्वपूर्ण विभाग को खत्म करके एक निजी एजेंसी रखने जा रही है।
प्रेस एवं सूचना विभाग में एक निदेशक, दो उप निदेशक व निगम के 30 कर्मचारी कार्यरत हैं। इस विभाग का कार्य दिल्ली नगर निगम की नीतियों, उपलब्धियों व कार्यों का प्रचार प्रसार करना है ताकी नागरिक निगम से संबंधित सूचनाओं का लाभ उठा सके। इसके साथ ही यह विभाग दिल्ली नगर निगम और नागरिकों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करता है। मगर यह बहुत ही शर्म की बात है कि जो विभाग पिछले 50 से 60 वर्षों से कार्य कर रहा है उसी को ये लोग एक निजी एजेंसी के हाथों में सौंपने की तैयारी कर रही है। जिस प्रकार दिल्ली सरकार में एक निजी एजेंसी कार्य कर रही है। उसी प्रकार ये लोग अब दिल्ली नगर निगम में भी प्रचार प्रसार के कार्य के लिए एक निजी एजेंसी को ठेका दे रहे हैं जो प्रेस व सूचना विभाग का सारा कार्य करेगी।
निगम में किए जा रहे भ्रष्टाचार को छुपाने का कार्य करेगी एजेंसी
राजा इकबाल सिंह ने बताया कि निजी एजेंसी रखने के बाद आप प्रेस व सूचना विभाग के सभी अधिकारियों, कर्मियों व संविदा पर कार्यरत कर्मियों को हटा देगी। उन्होंने बताया कि यह निजी एजेंसी आप द्वारा निगम में किए जा रहे भ्रष्टाचार को छुपाने का कार्य करेगी। इस निजी एजेंसी को अरविंद केजरीवाल आप कार्यकर्ता को दे रहे हैं, जिसमें ये लोग पार्टनरशिप में कार्य करेंगे। उन्होंने बताया कि लगभग 10 करोड़ रुपये का टेंडर इस निजी एजेंसी को रखने में लगाया गया है।
धीरे-धीरे अन्य विभागों को भी निष्क्रिय कर देंगे
नेता विपक्ष राजा इकबाल ने बताया कि जो आप ठेकेदारी प्रथा को बंद करने की बात कर रही थी आज वो उसी ठेकेदारी प्रथा को बढ़ावा दे रही है। इसी प्रकार आप धीरे धीरे निगम के सभी संविदा कर्मियों को हटाने की तैयारी में है। इस निजी एजेंसी के माध्यम से आप 10 करोड़ रुपये ख़र्च करके अपनी छवि को चमकाने का कार्य करेगी ताकि आप अपने द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार को छुपा सके। उन्होंने बताया कि आज आप दिल्ली नगर निगम के प्रेस व सूचना विभाग को बंद करने की तैयारी में हैं ये लोग इसी प्रकार धीरे धीरे अन्य विभागों को भी निष्क्रिय कर देंगे।