दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे वायु प्रदूषण के बीच आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को बधाई दी है। उनका कहना है कि भगवंत मान की पहल के चलते पिछले सालों के मुकाबले इस साल पंजाब में पराली जलाने के मामले कम हुए हैं। दिल्ली के पूर्व सीएम ने पराली की समस्या से निपटने के लिए In-Situ और Ex-Situ मॉडल की भी सराहना की है। साथ ही, सीएम भगवंत मान के साथ ही इस मॉडल को अपनाने वाले किसानों की भी सराहना की है। हालांकि खास बात है कि इस तारीफ के करीब 12 घंटे बाद भी भगवंत मान ने कोई जवाब नहीं दिया है। ऐसे में एक्स यूजर्स ने अरविंद केजरीवाल की खिंचाई करना शुरू कर दिया है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार यानी 6 नवंबर की शाम को 6:31 बजे एक्स पर पोस्ट लिखी, जिसमें उन्होंने पंजाब में In-Situ और Ex-Situ मॉडल अपनाए जाने के लिए भगवंत मान को बधाई दी थी। उन्होंने लिखा था' 'अवशेषों को खेत में मिलाने वाले कृषि यंत्रों पर सब्सिडी मिल रही है। इस मॉडल की वजह से ना सिर्फ पराली जलाने के मामले कम हुए बल्कि प्रदूषण में भी कमी हो रही है और किसानों में जागरूकता भी आ रही है। इस शानदार पहल के लिए मैं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान जी और पंजाब के हमारे किसान भाइयों को बधाई देता हूं।' उनकी इस पोस्ट को करीब 12 घंटे होने वाले हैं, लेकिन पंजाब सीएम ने अभी तक इस पोस्ट पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है। ऐसे में यूसर्ज अरविंद केजरीवाल पर तंज कस रहे हैं।
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सरवन यादव नामक यूजर ने लिखा कि दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए कोई कार्य नहीं करते हो। जितेंद्र चौधरी ने लिखा, वैज्ञानिक... जी के ये सब ड्रामे हम दिल्ली में देख चुके हैं] अब पंजाब की जनता को ... बनाया जा रहा है। प्रभाकर द्विवेदी ने लिखा कि इसे कहते हैं विज्ञापन के बजट का बेहिसाब उपयोग करना, जिससे अपने पक्ष में न्यूज जलाई जाती है। प्रेम मिश्रा ने लिखा, झूठ बोलने की कोई सीमा नहीं। इसी प्रकार ज्यादातर यूजर्स भी अरविंद केजरीवाल पर निशाना साध रहे हैं।
वायु प्रदूषण के लिए पंजाब सबसे आगे
बता दें कि एक दिन पहले नासा की ओर से छह राज्यों में पराली जलाने की घटनाओं का डेटा जारी किया था। इस रिपोर्ट के अनुसार पराली जलाने में पंजाब सबसे आगे है। खास बात है कि दिल्ली वायु प्रदूषण के लिए सबसे ज्यादा हरियाणा को जिम्मेदार ठहराया जाता रहा है, लेकिन इस रिपोर्ट को देखें तो हरियाणा बाकी राज्यों से पीछे है। मतलब हरियाणा सरकार पराली प्रबंधन ठीक से कर रही है। यहां क्लिक कर पढ़िये विस्तृत खबर...