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अखिलेश यादव ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब देश की राजधानी में महिलाओं के साथ ऐसी घटनाएं हो रही हैं, तो अन्य राज्यों में क्या हालात होंगे? ऐसा लगता है कि गृह मंत्रालय सिर्फ नाम का रह गया है।

Akhilesh and Kejriwal in Mahila Adalat: दिल्ली में सोमवार को आयोजित आम आदमी पार्टी के 'महिला अदालत' कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक मंच साझा किया। इस कार्यक्रम के जरिए AAP ने महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कार्यक्रम में ऐलान किया कि उनकी पार्टी समाजवादी पार्टी पूरी तरह से आप के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि हम हर मौके पर आपके साथ रहेंगे और महिलाओं के सम्मान व सुरक्षा के लिए मिलकर लड़ाई लड़ेंगे।  

महिला सुरक्षा पर उठाए गंभीर सवाल

कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब देश की राजधानी में महिलाओं के साथ ऐसी घटनाएं हो रही हैं, तो अन्य राज्यों में क्या हालात होंगे? ऐसा लगता है कि गृह मंत्रालय सिर्फ नाम का रह गया है। दिल्ली सरकार से सुरक्षा का हक छीनकर इसे केंद्र को सौंप दिया गया, लेकिन केंद्र का गृह मंत्रालय सुरक्षा देने में पूरी तरह नाकाम रहा है।

महिला सम्मान योजना का समर्थन

अखिलेश यादव ने AAP की महिला सम्मान योजना की प्रशंसा करते हुए कहा कि 2,100 रुपये देने का जो वादा अरविंद केजरीवाल ने किया है, वह महिलाओं को सशक्त बनाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि जिसे मां-बहनों का साथ मिल जाए, उसे कोई नहीं रोक सकता। यह योजना महिलाओं के लिए एक नई उम्मीद है।

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अरविंद केजरीवाल ने जताया आभार

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने महिला अदालत में आने के लिए अखिलेश यादव का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मैंने तीन दिन पहले अखिलेश यादव जी से संपर्क किया और उन्हें इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया। आज उन्होंने संसद की कार्यवाही छोड़कर यहां आकर हमारी ताकत बढ़ाई है। वहीं, दोनों नेताओं ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए महिला सुरक्षा के लिए गृह मंत्रालय की निष्क्रियता पर सवाल खड़े किए। अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र सरकार को महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को प्राथमिकता देनी चाहिए। दिल्ली और देश की महिलाओं के साथ यह अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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क्या है महिला अदालत का उद्देश्य?

AAP का 'महिला अदालत' कार्यक्रम महिलाओं के मुद्दों को लेकर जागरूकता बढ़ाने और उनके हक की आवाज उठाने के लिए आयोजित किया गया था। इस मंच पर महिलाओं ने अपनी समस्याएं साझा कीं और सरकार से सुरक्षा एवं सम्मान की मांग की।  इसी के साथ इस कार्यक्रम के जरिए AAP और सपा ने महिला सुरक्षा को लेकर एकजुटता दिखाई और केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ाने की कोशिश की। दोनों नेताओं के साझा मंच पर आने से 2024 और 2025 के आगामी चुनावों में विपक्ष की रणनीति के संकेत भी मिलते हैं।

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