Delhi Amrit Udyan: अगर आप भी अलग-अलग वैरायटी के फूलों को देखना चाहते है, तो इसके लिए दिल्ली की सबसे बेस्ट जगह अमृत उद्यान है। यह दुनिया के सबसे खूबसूरत गार्डन में से एक माना जाता है, दिल्ली में यह राष्ट्रपति भवन में स्थित है, जिसे पहले मुगल गार्डन के नाम से जाना जाता था। यहां पर कई सारे किस्म के खूबसूरत और रंग बिरंगे फूल देखने को मिलेंगे। उद्यान में ट्यूलिप के फूल भी देखने को मिलेंगे। अमृत उद्यान में 159 किस्म के गुलाब लगे हुए हैं। इसके अलावा, करीब 50 किस्म के पेड, झाड़ियां और लता आदि लगी हुई हैं। चलिए जानते हैं कि आप अमृत उद्यान कब और कैसे जा सकते जा सकते हैं।
कब और कैसे जाएं अमृत उद्यान
अमृत उद्यान आम जनता के लिए साल में सिर्फ एक ही बार खुलता है। यह उद्यान फरवरी और मार्च के महीने में आम लोगों के लिए खोला जाता है। इसे खोलने के लिए हर साल तारीख का ऐलान किया जाता है। अमृत उद्यान खुलने के बाद यहां आने के लिए आपको टिकट लेना होगा। अगर आप टिकट ऑनलाइन लेना चाहते हैं, तो राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट पर जाकर टिकट बुक कर सकते हैं। आप चाहें तो राष्ट्रपति भवन में जाकर भी टिकट ले सकते हैं। यहां पर आकर आप कियोस्क मशीन से भी टिकट बुक करके ले सकते हैं।
ये भी पढ़ें:-शादी की शॉपिंग करने के लिए दिल्ली के बेस्ट बाजार, यहां से करें कम दाम में बेहतर Shopping
ऐसे करें अमृत उद्यान में एंट्री
आम जनता को अमृत उद्यान के अंदर जाने के लिए गेट नंबर 35 से एंट्री लेनी होगी। यह गेट नॉर्थ एवेन्यू के पास मौजूद है। यहां पर आपकी टिकट चेक होने के बाद ही एंट्री मिलेगी। जिन लोगों ने ऑनलाइन टिकट बुकिंग की है। उन्हें डिजिटल विजिट कार्ड दिखाना होगा। इसके अलावा, आप जिस स्लॉट में अपनी टिकट बुक करवा रहे हैं, आपको उसी स्लॉट में जाकर एंट्री लेनी होगी। उससे पहले या बाद में आपको एंट्री नहीं मिलेगी। यहां आप सुबह 10 से शाम 4 बजे तक आ सकते हैं।
इन चीजों को लेकर जाने की मनाही
अमृत उद्यान में जाने से पहले आपकी तलाश की जाएगी। आइये जानते हैं कि यहां पर किन चीजों को लेकर जाने की अनुमति नहीं होती है। अमृत उद्यान में आप कोई खाने-पीने का सामान नहीं ले जा सकते हैं। इसके अलावा, सिगरेट, पान, गुटखा जैसी चीजों को भी लेकर जाना मना है। यहां पर वीडियो कैमरा ले जाने की अनुमति नहीं है। आप यहां पर इलेक्ट्रॉनिक चाबियां, पानी की बोतल, मोबाइल और छोटे बच्चे के लिए दूध की बोतल लेकर जा सकते हैं।