Anti Sikh Riots 1984: डबल मर्डर केस के आरोपी सज्जन कुमार पर टला फैसला, सिख विरोधी दंगों में थे अहम

Anti Sikh Riots 1984: 1984 में हुए सिख विरोधी दंगे के आरोपी कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को लेकर होने वाला फैसला टल गया है। मामले की अगली सुनवाई 08 जनवरी 2025 को होगी।;

Update:2024-12-16 15:48 IST
1984 सिख विरोधी दंगों का आरोपी सज्जन कुमार।Anti Sikh Riots 1984 Accuse Sajjan Kumar
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Anti Sikh Riots 1984: 1984 में हुए सिख विरोधी दंगे के आरोपी सज्जन कुमार को लेकर आज होने वाला फैसला टल गया है। राउज एवेन्यू कोर्ट ने 8 जनवरी को सुनवाई की अगली तारीख दी है। इस मामले को लेकर विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा आज आदेश पारित करने वाली थीं, लेकिन उन्होंने फैसले को टाल दिया है। उन्होंने अगली सुनवाई के लिए 8 जनवरी की तारीख निर्धारित की है। 

तिहाड़ जेल में बंद है सज्जन कुमार

1984 में हुए सिख विरोधी दंगे के आरोपी सज्जन कुमार वर्तमान समय में तिहाड़ जेल में बंद हैं। वो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश हुए थे। कोर्ट की तरफ से 08 नवंबर को फैसला सुरक्षित रख लिया गया था। कोर्ट की तरफ से 4 दिसंबर 2021 को सज्जन कुमार के खिलाफ आरोप तय करने का आदेश दिया गया था। 16 दिसंबर 2021 को सज्जन कुमार ने खुद को निर्दोष बताया था और ट्रायल का सामना करने की बात कही थी। 

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सरदार जसवंत सिंह और तरुण दीप सिंह की हत्या का आरोप

बता दें कि 01 नवंबर 1984 में शाम लगभग चार बजे दंगाइयों की भीड़ ने पश्चिमी दिल्ली के राज नगर में भीड़ ने सरदार जसवंत सिंह और तरुण दीप सिंह के घर पर लोहे के सरियों और लाठियों से हमला कर दिया था। इस दौरान भीड़ ने दोनों को जिंदा जलाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। इस मामले को लेकर शिकायत दी गई थी, जिसमें कहा गया था कि सज्जन कुमार उस भीड़ का नेतृत्व कर रहे थे। उस समय सज्जन सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सांसद थे। इस मामले में जेल जाने के बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।

पीड़ितों को जिंदा जलाया गया

शिकायतकर्ता ने कहा कि सज्जन कुमार ने भीड़ को उकसाया था। इसके बाद भीड़ ने सरदार जसवंत सिंह और तरुण दीप सिंह को जिंदा जला दिया। पीड़ितों के घर पर तोड़फोड़ की गई। लूटपाट और आगजनी को भी अंजाम दिया गया। इसके बाद उत्तरी जिले के सरस्वती विहार थाने में इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज की गई। 

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