Logo
Security Alert for Delhi Elections: दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच बड़े नेताओं की रैलियों में खूफिया विभाग के जासूस भी तैनात रहेंगे। अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा के लिए भी इंतजाम किए गए हैं।

Security Alert for Delhi Elections: चुनावी रैली में हर कोई टोपी लगाने वाला, पार्टी के झंडे के तले खड़ा होने वाला, पॉलिटिकल पार्टी का बैनर हाथ में लेकर नारेबाजी करने वाला इंसान पार्टी कार्यकर्ता हो, ऐसा जरूर तो नहीं। जी हां, विधानसभा चुनाव के लिए लीडर्स की सुरक्षा इंतजामों और खतरों पर पैनी नजर रखने के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने 'जासूसों' को चुनावी रण में उतार दिया है। हर बड़े नेता के चुनाव प्रचार में ये जासूस अपना हुलिस बदलकर कार्यकर्ता के रूप में रैली में शामिल रहेंगे। दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के जासूस हाथों में तख्ती और झंडा लेकर रैलियों में शामिल होंगे और खूफिया जानकारी इकट्ठी कर के खूफिया विभाग को देंगे। सुरक्षा एजेंसी के ये जांबाज गड़बड़ी या हमले के खतरे को भांपने के लिए तैयार रहेंगे।

चुनाव में खलल डालने की कोशिश कर रही देश विरोधी ताकतें और आतंकी संगठन

खबरों की मानें, तो देश विरोधी ताकतें और आतंकी संगठन चुनाव में खलल डालने की कोशिश कर रहे हैं। इससे निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने 'जासूसों' को चुनावी रैली में भेष बदलकर शामिल होने के आदेश दिए हैं। ये 'जासूस' इंटेलिजेंस रिपोर्ट इकट्ठा करके रोजाना शाम को दिन भर के हालातों की रिपोर्ट खूफिया विभाग को देते हैं। इन जासूसों को खासतौर पर बड़े नेताओं की रैलियों में शामिल होने के आदेश दिए गए हैं।

ये भी पढ़ें: केजरीवाल ने की सैफ अली खान पर चाकू से हमले की निंदा, कहा- खबर सुनकर स्तब्ध हूं

अगर किसी नेता की सुरक्षा में किसी तरह की चूक दिखाई देती है, तो उसका सिक्योरिटी रिव्यू किया जाता है। इसी कड़ी में आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा की भी समीक्षा की गई। हालांकि उन्हें जेड प्लस श्रेणी की सिक्योरिटी मिली हुई है। इसके बावजूद उनके ऊपर हमले की आशंका जताई गई, जिसको देखते हुए दिल्ली पुलिस ने कई तरह के कदम उठाए हैं।

पंजाब में देखे गए संदिग्ध कर सकते हैं केजरीवाल पर हमला

जानकारी के अनुसार, अलगाववादी संगठन के सदस्य चुनाव प्रचार के दौरान अरविंद केजरीवाल पर हमले की फिराक में हैं। दो से तीन लोग जिन्हें पंजाब में भी देखा गया था, वो हमले की कोशिश कर सकते हैं। केजरीवाल की सुरक्षा में 63 लोग तैनात हैं। इसके अलावा केंद्रीय सशस्त्र बल के दर्जन भर जवान तैनात हैं। बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है कि अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा को लेकर खतरे की खबर सामने आई हो। 2014 में भी खूफिया विभाग की तरफ से केजरीवाल पर हमले की आशंका जताई गई थी। अरविंद केजरीवाल के अलावा कई और नेताओं की सुरक्षा अहम है, इसको देखते हुए खूफिया विभाग ने बड़े नेताओं की चुनावी रैलियों में जासूसों को भेजने का निर्णय लिया है। 

ये भी पढ़ें: क्या प्रवेश वर्मा को सता रहा नामांकन रद्द होने का डर, इसलिए केजरीवाल के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारी अपनी पत्नी!

5379487