दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जिसे ध्यान में रखते हुए सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारी में लगे हुए हैं। आम आदमी पार्टी लगातार बीजेपी पर कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रही है। दिल्ली में हो रहे अपराध को लेकर अरविंद केजरीवाल भी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी को जिम्मेदार ठहराते हुए निशाना साध रहे हैं। ऐसे में दिखाई पड़ रहा है कि आम आदमी पार्टी अपनी चुनावी रणनीति में दिल्ली की कानून व्यवस्था को बीजेपी के खिलाफ बड़ा हथियार बनाकर इस्तेमाल करने वाली है। केजरीवाल आने वाले चुनाव में महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को भी जोर-शोर से उठाने वाले हैं।
कानून व्यवस्था का मुद्दा बीजेपी के लिए बड़ी समस्या
दिल्ली में हत्या, बलात्कार और अपराध के वारदात लगातार बढ़ते जा रहे हैं। आए दिन गैंगवार और वसूली के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में दिल्ली के कानून व्यवस्था पर उठ रहे सवाल जायज हैं। बीजेपी, जो राज्य को भय से मुक्त करने जैसी बड़ी-बड़ी बातों के नाम पर वोट मांगती है, उसके लिए यह एक बड़ी चुनौती है। आम आदमी पार्टी दिल्ली की कानून व्यवस्था की कमान संभाल रही केंद्र सरकार और गृहमंत्री को बढ़ रहे अपराधों का जिम्मेदार ठहरा रही है। सिर्फ यही नहीं केजरीवाल ने एलजी विनय सक्सेना को भी इसके लिए जवाबदेह ठहराया है। केजरीवाल ने कई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भी इस मुद्दे को लेकर बीजेपी को खरी खोटी सुनाई है, और कानून व्यवस्था एवं महिला सुरक्षा को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है।
दिल्ली की सुरक्षा को लेकर बीजेपी को घेर रहे केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल कुछ दिनों पहले नारायणा में एक पीड़ित परिवार से मिलने गए थे। जहां पर उन्होंने दिल्ली की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए बीजेपी पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि दिल्ली ने ऐसा माहौल पहले कभी नहीं देखा था, दिल्ली आज के समय में पूरी तरह से असुरक्षित हो गई है। साथ ही उन्होंने अमित शाह से दिल्ली की सुरक्षा की मांग करते हुए बीजेपी को घेरे में लिया था। दिल्ली में हो रहे अपराधों को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता लगातार बीजेपी पर हमलावर हैं। राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी बीजेपी पर निशाने साधे जा रहे हैं। कई बार तो केजरीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री से इस्तीफे की भी मांग की है। इस तरह से केजरीवाल ने कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा को लेकर अमित शाह और केंद्र का सरकार को घेरने का प्लान बनाया है।
एनसीआरबी के मौजूदा आंकड़े कर देंगे हैरान
राजधानी दिल्ली वास्तव में एक क्राइम कैपिटल बनती जा रही है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि अमित शाह ने दिल्ली को गुंडों और गैंगस्टरों के हवाले कर दिया है। एनसीआरबी के एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर दिन दिल्ली में 23 बच्चे, 40 महिलाओं और 3 सीनियर सिटीजन के खिलाफ अपराधिक मामले सामने आ रहे हैं। स्थिति इतनी गंभीर है कि राजधानी दिल्ली में रोजाना तीन दुष्कर्म के मामले सामने आ रहे हैं। इस रिपोर्ट का हवाला देते हुए आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि अमित शाह दिल्ली को सुरक्षित और अपराध मुक्त जीवन देने में विफल रहे हैं।
जून 2023 में एलजी को लिखी थी चिट्ठी
दिल्ली में अपराध की घटनाएं कई सालों से चलती चली आ रही हैं। जिसे देखते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जून 2023 में ही एलजी को पत्र लिखकर चिंता व्यक्त की थी। लेकिन दिल्ली की स्थिति सुधरने का नाम ही नहीं ले रही, बल्कि अपराध हर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। 2022 में दिल्ली के अंदर 4,34,288 आपराधिक मामले दर्ज हुए यानी हर दिन 1189 अपराध हुए थे। केवल यही नहीं आपको बता दें कि अपराधियों के खिलाफ चार्जशीट दायर करने में भी दिल्ली काफी पीछे है।
इन आंकड़ों का हवाला देते हुए आम आदमी पार्टी के नेता बीजेपी की जमकर घेराबंदी कर रहे हैं।
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