दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को पंजाब के मंत्रियों और सभी विधायकों की बैठक बुलाई। जिसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि पंजाब का सीएम बदल सकता है। हालांकि, बैठक के बाद केजरीवाल ने स्पष्ट कर दिया कि पंजाब का मुख्यमंत्री नहीं बदलने वाला है। इससे साफ हो गया है कि सरकार जैसे चल रही है। वैसे ही चलती रहेगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में कोई नेतृत्व परिवर्तन नहीं होने वाला है। इससे स्पष्ट हो गया है कि पंजाब में भगवंत मान ही AAP की सरकार चलाने वाले हैं। वहीं इस बैठक के बाद पंजाब के सीएम मान ने भी मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता प्रपात सिंह बाजवा के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि बाजवा पौने तीन साल से ये ही कह रहे हैं, उनके कहने दो, उनके पास है नहीं। आप हमारे विधायकों की गिनती मत करो...पहले दिल्ली में अपने गिन लो तीसरी बार कितने हैं। वो तो पहले भी कहते थे कि 40 आ रहे हैं, 20 आ रहे हैं, ये उनकी फितरत है, उन्हें कहने दो।
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इसके साथ ही उन्होंने पंजाब की कानून व्यवस्था को लेकर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब की कानून-व्यवस्था अधिकांश राज्यों से बेहतर है। अगर ऐसा ना होता तो फिर यहां इंडस्ट्रीज क्यों आती?। उन्होंने आगे कहा कि बॉर्डर स्टेट होने के कारण हमें कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ज्यादा प्रयास करने पड़ते हैं और हम वो कर रहे हैं।
प्रताप सिंह बाजवा ने क्या किया था दावा
बता दें कि कांग्रेस नेता और पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि AAP के 30 विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं। जिसके बाद से दिल्ली में हलचल तेज हो गई है और केजरीवाल ने पंजाब के सभी मंत्रियों, विधायकों को दिल्ली बुलाया था।
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