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Delhi LG VK Saxena on Yamuna cleaning: दिल्ली में यमुना नदी की सफाई को लेकर उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने कमर कस ली है। उपराज्यपाल कार्यालय ने बताया कि यमुना की सफाई को लेकर एक चार स्तरीय रणनीति तैयार की गई है, जिसके तहत न सिर्फ नदी के पानी को स्वच्छ किया जाएगा बल्कि आसपास के गंदे नालों और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) की भी निगरानी होगी।  

1. कचरा और गाद हटाने का काम शुरू

सबसे पहले यमुना नदी की धारा में जमा कचरा, गंदगी और गाद को हटाने का काम शुरू किया गया है। इसके लिए आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है।  

2. मुख्य नालों की सफाई होगी

नजफगढ़ ड्रेन, सप्लीमेंट्री ड्रेन और अन्य प्रमुख नालों की सफाई का काम एक साथ शुरू किया जाएगा ताकि गंदा पानी यमुना में न जाए।  

3. STP की क्षमता और गुणवत्ता पर नजर

मौजूदा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) की क्षमता और उनके द्वारा निकाले जा रहे पानी की गुणवत्ता पर प्रतिदिन निगरानी रखी जाएगी।  

4. नए STP और DSTP निर्माण की योजना

यमुना में गिरने वाले 400 MGD (मिलियन गैलन प्रति दिन) अपशिष्ट जल को शुद्ध करने के लिए नए STP/DSTP निर्माण की एक समयबद्ध योजना बनाई जाएगी और उसे जल्द से जल्द क्रियान्वित किया जाएगा।  

तीन साल में यमुना होगी साफ, उच्च स्तर पर होगी निगरानी

एलजी कार्यालय ने बताया कि इस महत्वाकांक्षी योजना का लक्ष्य अगले तीन सालों में यमुना को साफ करना है। इसके लिए दिल्ली जल बोर्ड (DJB), सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग (I&FC), नगर निगम (MCD), पर्यावरण विभाग, लोक निर्माण विभाग (PWD) और दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) सहित कई एजेंसियों को आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने का निर्देश दिया गया है। इन कामों की निगरानी उच्चतम स्तर पर साप्ताहिक आधार पर की जाएगी।  

औद्योगिक इकाइयों पर होगी सख्त निगरानी

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) को निर्देश दिया गया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि औद्योगिक इकाइयां बिना शुद्धिकरण के अपशिष्ट जल को नालों में न छोड़ें। इसके लिए सख्त निगरानी और समय-समय पर निरीक्षण किए जाएंगे।  

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क्लीन-अप ऑपरेशन शुरू, मशीनों से सफाई जारी

दिल्ली में शपथग्रहण से पहले एलजी कार्यालय ने बताया कि यमुना की सफाई का काम पहले ही शुरू हो चुका है। नदी में जमी गंदगी और जलकुंभी हटाने के लिए ट्रैश स्किमर, वीड हार्वेस्टर और ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट को लगाया गया है। इसके अलावा, एलजी वीके सक्सेना ने मुख्य सचिव और एसीएस (I&FC) के साथ बैठक कर उन्हें तुरंत सफाई अभियान शुरू करने के निर्देश दिए थे।  

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यमुना सफाई को लेकर दिल्ली सरकार पर बढ़ा दबाव

यमुना की सफाई को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं, खासकर छठ पूजा और अन्य धार्मिक आयोजनों के दौरान। सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी (NGT) भी यमुना को स्वच्छ बनाने के निर्देश दे चुके हैं। अब एलजी के इस सख्त रुख से दिल्ली सरकार पर दबाव बढ़ गया है कि वह इस अभियान को तेजी से आगे बढ़ाए। यमुना की सफाई को लेकर यह बड़ा कदम दिल्लीवासियों के लिए राहतभरी खबर हो सकती है। अब देखना होगा कि क्या यह अभियान सफल होता है या यह भी पिछली योजनाओं की तरह अधूरा रह जाता है।