Delhi Elections: दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तोज हो गई हैं। सभी राजनीतिक दल अपनी पार्टी को जिताने के लिए एड़ी से चोटी तक का जोर लगा रहे हैं। दो महीने बाद दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां मतदाताओं को लुभाने की कोशिश में लगी हुई हैं।

चुनावी तैयारियों के बीच भाजपा ने पिछड़ा वर्ग और उप-जातियों के सदस्यों तक अपनी पहुंच बनाने के लिए जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है। पार्टी के नेता और कार्यकर्ता बैठकों और सम्मेलनों के जरिए लोगों तक पहुंच रहे हैं। दिल्ली में भाजपा अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) की लगभग 52 उपजाति के लोगों से संपर्क कर रही है।

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उपजातियों को साध रही भाजपा

इस मामले में दिल्ली भाजपा ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि इस अभियान की शुरुआत पाल समुदाय के सदस्यों के साथ की गई बैठक से हुई। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री एसपी बघेल भी शामिल हुए थे। आने वाले दिनों में इस अभियान के तहत राजपूत, कश्यप, जोगी, लोधी, तेली, राजभर समेत अन्य उपजातियों के साथ बैठक की जाएगी। इन बैठकों में भी कई बड़े नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। 

अभियान के तहत महिलाओं की बैठकें

सुनील यादव ने कहा कि फरवरी में दिल्ली विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। दिल्ली में मतदाताओं का सबसे बड़ा वर्ग ओबीसी समुदाय के लोग हैं और दिल्ली की सत्ता में ओबीसी वर्ग का बड़ा हाथ होता है। भाजपा 1998 से दिल्ली की गद्दी से दूर है। ऐसे में जभी जाति और धर्म के लोगों को जोड़ने के लिए अलग-अलग अभियान चलाए जा रहे हैं। बैठकों और सम्मेलनों के अलावा ओबीसी समुदाय से जुड़े प्रोफेशनल और महिलाओं की दो बड़ी बैठकें भी आयोजित की जाएंगी।

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प्रधानमंत्री के काम गिनाएंगे कार्यकर्ता

इन बैठकों में कारोबारी, प्रोफेशनल, उद्यमी और ओबीसी समुदाय के अन्य प्रभावशाली लोग भी शामिल होंगे। इन बैठकों में पार्टी के कार्यकर्ता लोगों से जुड़ेंगे और ओबीसी नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा किए गए कामों के बारे में बताएंगे। इस दौरान कई कामों की चर्चा की जाएगी, जैसे- राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देना, 127वां संविधान संशोधन को पारित कराना आदि।