दिल्ली में आगामी चुनावों को देखते हुए सभी राजनीतिक पार्टियां जनता तक अपनी पहुंच बनाने के लिए एड़ी से चोटी तक का जोर लगा रही हैं। आम आदमी पार्टी के नेता दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में जाकर पदयात्रा कर रहे हैं और दिल्ली में एक बार फिर केजरीवाल सरकार बनाने की अपील कर रहे हैं। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल भी कई विधानसभाओं में जाकर पदयात्रा कर रहे हैं। 

इस दौरान वो जनता से कह रहे हैं कि अगर दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार आती है, तो दिल्ली में जो पानी के बिल बढ़कर आए हैं, उन्हें माफ कर दिया जाएगा। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी ने आप को इस बयान पर घेर लिया है। भारतीय जनता पार्टी दिल्ली के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर की गई है। 

 

चुनाव से पहले ही जीरो किए जाएं बिजली और पानी के बिल

इस पोस्ट में लिखा है कि केजरीवाल हर सभा में कहते हैं कि किसी को बिजली बिल भरने की जरूरत नहीं है, 2025 में बस आम आदमी पार्टी की सरकार बनवा दो। उसके बाद मैं सबके बिजली बिल माफ कर दूंगा। दिल्ली में केजरीवाल की सरकार है और मुख्यमंत्री भी उनकी ही पार्टी की हैं, फिर बिल माफ करने के लिए चुनाव के बाद का समय क्यों मांगा जा रहा है?

भाजपा की तरफ से ये मांग की गई है कि चुनाव से पहले ही आम आदमी पार्टी को बिजली-पानी का बिल जीरो कर देना चाहिए। इस पोस्ट में अरविंद केजरीवाल को टैग करते हुए लिखा गया कि जब दिल्ली में बिजली पानी सब मुफ्त था, तो ये बिल आया कैसे ? 

क्या है पूरा मामला ?

बता दें कि दिल्ली सरकार दिल्ली के लोगों को 200 यूनिट फ्री बिजली और 2000 लीटर फ्री पानी दे रही है लेकिन जब अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल में थे, तब दिल्ली में बिजली और पानी के बिल अचानक से बढ़ कर आए थे। इस दौरान लोगों के बिल 10 लाख रुपए तक आए। इसके बाद से ही केजरीवाल कह रहे हैं कि ये भाजपा की चाल है और एलजी वीके सक्सेना के कहने पर ही ऐसा किया गया है। हालांकि भाजपा और वीके सक्सेना हमेशा इस बात को नकारते आए हैं और अपनी कमियों को दूसरों पर थोपने का आरोप लगाते आए हैं। 

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