Delhi Politics: दिल्ली की लोकसभा सांसद बांसुरी स्वराज ने दिल्ली सरकार पर करारा हमला बोला है। उन्होंने दिल्ली की अर्थव्यवस्था से लेकर कई रिपोर्ट्स के हवाले से दावा किया है कि दिल्ली बस मार्शलों की नौकरी केजरीवाल सरकार ने जानबूझकर छीनी है। दिल्ली सरकार लगातार दावा करती रही है कि दिल्ली का बजट फायदे में चल रहा है, लेकिन सच ये है कि दिल्ली सरकार पर 7 हजार करोड़ रुपये का कर्ज हो गया है, जो कि बढ़ता ही जा रही है।

'सैलरी की राशि को बजट में नहीं किया शामिल'

बांसुरी स्वराज ने कहा कि कल दिल्ली फाइनेंस डिपार्टमेंट की रिपोर्ट आई है, उसमें साफ है कि दिल्ली सरकार पर 7 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है। इसके लिए सीधे तौर पर दिल्ली की केजरीवाल सरकार जिम्मेदार है। 31 साल में पहली बार ऐसा हो रहा है, जब दिल्ली सरकार का बजट घाटे में है। जब दिल्ली का बजट पारित किया गया, उस दौरान आतिशी ने कहा था कि दिल्ली के पास फालतू पैसा है। आतिशी ने बजट में कई इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर सैलरी देने वाली राशि को भी बजट में शामिल नहीं किया था, ताकि ये भ्रम फैलाई जा सके कि दिल्ली का बजट फायदे में है।

'सुप्रीम कोर्ट ने भी लगाई AAP को फटकार'

केजरीवाल और आतिशी को पता था कि दिल्ली का बजट घाटे में है, इसलिए 10 हजार बस मार्शलो को नौकरी से निकाल दिया और उन्हें 6 महीने की सैलरी नहीं दी, ताकि वे पैसे बच जाए। शिक्षा के क्षेत्र से भी वोकेशनल ट्रेनिंग शिक्षक को नौकरी से निकाल दिया था, लेकिन फिर एलजी ने उन्हें नौकरी पर रखवाया। सुप्रीम कोर्ट भी इसको लेकर आप सरकार को फटकार लगा चुकी है कि अगर आप इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए पैसे नहीं देते हैं, तो आपकी एडवरटाइजमेंट के पैसे जब्त कर लिए जाएंगे।

बांसुरी स्वराज ने कहा यही कारण है कि बारिश के समय दिल्ली डूब रही थी, ड्रेनेज सिस्टम खराब हो चुके थे, लेकिन केजरीवाल सरकार ने उसके लिए भी फंड बजट में शामिल नहीं किए थे, जिसके कारण ड्रेनेज सिस्टम ठीक नहीं कराए जा रहे थे।

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