Delhi Assembly Election: दिल्ली चुनाव के बाद भाजपा को मिलेगा नया अध्यक्ष, क्या जेपी नड्डा खत्म करा पाएंगे 26 साल का वनवास?

The next Chief Minister of Delhi will be selected from these 10 newly elected MLAs!, met JP Nadda
X
जेपी नड्डा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकता है। खबरों को मानें, तो बीजेपी 10 से 20 फरवरी को अध्यक्ष का चुनाव करा सकती है। ऐसे में सवाल है क्या वह पार्टी के दिल्ली के 26 साल के वनवास को खत्म करा पाएंगे।

BJP New President: दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी को नया अध्यक्ष मिल जाएगा। खबरों की मानें, तो अभी तो बीजेपी का पूरा फोकस दिल्ली चुनावों पर है और जीत के लिए संगठन ने पूरी ताकत लगा दी है। इसके बाद नए अध्यक्ष के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू की जाएगी। ऐसे में कहा जा सकता है कि जेपी नड्डा के अध्यक्ष रहते हुए भाजपा दिल्ली का चुनाव लड़ेगी।

दरअसल, जेपी नड्डा ने फरवरी 2020 में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभाला था और उनका तीन साल का कार्यकाल पूरा हो गया है। हालांकि, जेपी नड्डा का कार्यकाल पिछले साल यानी जनवरी 2024 में ही खत्म हो गया था, लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए उनका कार्यकाल पार्टी की ओर से बढ़ा दिया गया था। जेपी नड्डा अभी मोदी की कैबिनेट का हिस्सा हैं और उनके पास केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी भी है। बीजेपी के जो नए अध्यक्ष होंगे, वो जेपी नड्डा की जगह लेंगे।

ये भी पढ़ें- आतिशी ने बीजेपी पर लगाया आरोप: केजरीवाल पर हमला करने वाले भाजपा के गुंडे, हमलावर शैंकी प्रवेश वर्मा के साथ रहता है

10 से 20 फरवरी को हो सकता है बीजेपी अध्यक्ष का चुनाव

दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग होगी और आठ फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे। खबरों की मानें, तो 10 फरवरी से 20 फरवरी के बीच बीजेपी अध्यक्ष का चुनाव हो सकता है। अभी बीजेपी में संगठन चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। जिसके चलते मंडल से लेकर जिला और प्रदेश इकाई के अध्यक्ष चुने जा रहे हैं।

ये भी पढ़ें- Saif Ali Khan attack: बांग्लादेशी है सैफ अली खान पर हमला करने वाला आरोपी, मुंबई पुलिस का बड़ा खुलासा

26 साल का वनवास खत्म करना चाहते हैं जेपी नड्डा

बता दें कि दिल्ली में बीजेपी की सरकार साल 1993 में आई थी। इसके बाद से दिल्ली पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की सत्ता रही है। ये ही वजह है कि जेपी नड्डा पार्टी अध्यक्ष रहते हुए 26 साल का वनवास खत्म करना चाहते हैं और उनका सारा ध्यान दिल्ली चुनाव की रणनीति तैयार करने पर लगा हुआ है। हाल ही में वो पार्टी नेताओं को कह चुके हैं कि हमें एकजुट होकर लड़ना होगा, क्योंकि इस बार भाजपा के पास चुनाव जीतने की पूरी संभावना है। वहीं टिकट चाहने वालों को नड्डा ने कहा था कि जिन्हें टिकट नहीं मिला है, उन्हें बुरा नहीं मानना ​​चाहिए, क्योंकि ये लड़ाई पार्टी को 26 साल बाद सत्ता में वापस लाने की है। इसलिए एकजुट होकर पार्टी के लिए काम करें।

ये भी पढ़ें- दिल्ली-एनसीआर के इन इलाकों में आज कोल्ड डे का अलर्ट

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story